तुवंर मुजाहिद खान, अहमदाबाद: अहमदाबाद के सरखेज इलाके में ऐतिहासिक सरखेज रोजा मौजूद है. इस ऐतिहासिक स्थल पर हर दिन हजारों की संख्या में दर्शनार्थी आते हैं. लेकिन बढ़ते कोरोना के आतंक को लेकर सरखेज रोजा कमेटी की ओर से आगंतुकों के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया. इतना ही नहीं हर शुक्रवार को सरखेज रोजा के आसपास मेला लगता है जिसमें हजारों की संख्या में लोग जमा होते हैं. लेकिन सरखेज रोजा कमेटी ऐसे मेले को भी रोकने में किसी भी तरीके की दिलचस्पी नहीं दिखा रही.
चीन से शुरु होने वाली कोरोना वायरस अब लगातार अपना पैर पसार रही है. भारत के कई राज्यों में कोरोना की वजह से लोगों में दहशत फैली हुई है. गुजरात में एहतियाती उपायों के कारण अभी तक एक भी कोरोना वायरस का पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया था, लेकिन आज शाम होते- होते राजकोट और सूरत से एक-एक पॉजिटिव मामले की पुष्टि होने के बाद गुजरात सरकार हरकत में आ गई है. गुजरात की राजधानी गांधीनगर में मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन कर कई महत्वपूर्ण फैसला लिया गया. इस बैठक में गुजरात के पांच महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों को कल से बंद रखने का फैसला लिया गया है.
सरखेज रोजा कमेटी की घोर लापरवाही, कोरोना के बढ़ते खतरा के बीच लगा मेला @vijayrupanibjp #CoronaVirusUpdate #Corona #JantaCurfew #Sarkhej #Ahmedabad pic.twitter.com/60pQvw2IDf
— Gujarat Exclusive Hindi (@HindiGujaratEx) March 19, 2020
सरकार जहां एक तरफ कोरोना के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए स्कूल-कॉलेज में छुट्टी का ऐलान कर दिया है. वहीं दूसरी तरफ गुजरात के डायमंड सिटी में प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है. इस फैसला के बाद आने वाले त्यौहारों पर जूलूस और अन्य सामूहिक कार्यक्रम पर प्रतिबंध रहेगा. इसके अलावा सामूहिक भोज जैसे सरकारी कार्यक्रम भी निरस्त कर दिया गया है. लेकिन सरखेज रोजा में हर गुरुवार को इस तरीके का मेला लगने पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. पहला सवाल ये कि सरखेज रोजा कमीटी को क्या मालूम ही नहीं है कि भीड़भाड़ की वजह से कोरोना के बढ़ने का खतरा ज्यादा हो जाता है?. या फिर रोजा कमीटी से जुड़े लोग अपनी जिम्मेदारियों को भूलकर लोगों के स्वास्थ्य के साथ जान बूझकर खिलवाड़ कर रहे है?. गुजरात सरकार जहां पांच महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों को कल से बंद रखने का फैसला ले रही है वहीं दूसरी तरफ ऐसे सार्वजनिक मेला पर या इस मेला का आयोजन करने वाले लोगों के खिलाफ क्या एक्शन ले रही.