केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लागू किए गए 3 कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है. राजधानी दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे किसान कानून को रद्द करने की मांग करते हुए आंदोलन कर रहे हैं. Farmer and government meeting
किसानों का आंदोलन 55वें दिन में प्रवेश कर चुका है. पंजाब, हरियाणा के साथ ही साथ देश के अन्य राज्यों के किसानों का समर्थन मिल रहा है.
किसान जहां कानून को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं वहीं सरकार वार्ता कर कोई बीच का रास्ता निकालने की कोशिश कर रही है.
आज होगी 10वें दौर की वार्ता Farmer and government meeting
मिल रही जानकारी के अनुसार आज दोपहर 12 बजे एक बार फिर किसान संगठन और केंद्रीय मंत्रियों के बीच दिल्ली के विज्ञान भवन में कृषि कानून को लेकर बैठक आयोजित होने वाली है.
किसान और सरकार के बीच अबतक 9 दौर की वार्ता हो चुकी है. सावतें दौर की बैठक में 2 प्रस्ताव पर सहमति बनी थी लेकिन कृषि कानून और एमएसपी पर बात नहीं बन पाई थी.
सरकार कानून नहीं रद्द करेगी तो जारी रहेगा आंदोलन Farmer and government meeting
उसके बाद सरकार ने दावा किया था कि अगली बैठक में इस मुद्दे पर भी किसानों के साथ चर्चा कर मामले का हल निकाल लिया जाएगा. Farmer and government meeting
बैठक से पहले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा उम्मीद है कि सरकार बात मान ले, अगर मांगें पूरी नहीं होती तो आंदोलन चलेगा.
उन्होंने कहा कि आज होने वाली बैठक में हम स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट, तीनों कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी पर कानून बनाने की मांग करेंगे अगर हमारी बात सरकार नहीं मानेगी तो हमारा आंदोलन जारी रहेगा.
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लागू कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. आंदोलन कर रहे किसान कानून को रद्द करने की मांग पर डटे हुए हैं. Farmer and government meeting
किसानों के आंदोलन का आज 55वां दिन है. केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच अबतक कई दौर की बैठक हो चुकी है बावजूद इसके अभी तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है.
इस बीच उम्मीद जताई जा रही है कि आज होने वाली बैठक में कोई ठोस नतीजा निकलेगा.
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