नए कृषि कानूनों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान और सरकार के बीच रार खत्म होने का नाम नहीं ले रही. राजधानी दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे किसान पिछले 35 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं.
किसान संगठन और सरकार के बीच आज एक बार फिर से 7 वें दौर की बैठक दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित की गई. Farmer government talks over
इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए 40 किसान संगठन पहुंचे, जबकि सरकार की ओर से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल बैठक में शामिल हुए.
किसानों के साथ 7 वें दौर की वार्ता खत्म
करीब 3 घंटो तक चली इस बैठक में चार प्रस्ताव पर बातचीत की गई. इसमें से 2 प्रस्ताव पर रजामंदी हुई जबकि कृषि कानून और MSP पर अभी तक बात नहीं बन पाई है.
अगले दौर यानी 8 वें दौर की बातचीत 4 जनवरी को आयोजित की जाएगी.
बातचीत के बाद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने फिर से किसानों से अपील किया कि वह अपना आंदोलन खत्म कर दे वहीं किसानों ने कहा जबतक कानून को वापस नहीं लिया जाता हमारा आंदोलन जारी रहेगा.
4 जनवरी को अगले दौर की होगी वार्ता Farmer government talks over
विज्ञान भवन में आयोजित होने वाली बैठक के बाद मीडियो को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि आज विज्ञान भवन में किसान आंदोलन में शामिल नेताओं के साथ बैठक हुई.
बैठक में किसान यूनियन के नेताओं ने जो 4 विषय चर्चा के लिए रखे थे, उनमें से 2 विषयों पर आपसी सहमति सरकार और किसान यूनियनों के बीच हो गई हैं. Farmer government talks over
वहीं इस सिलसिले में जानकारी देते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने हमारी दो मांगों को मान लिया है. आज की बातचीत अच्छी रही.
अब चार जनवरी को अगली वार्ता होगी, तब तक शांतिपूर्ण ढंग से किसानों का प्रदर्शन जारी रहेगा.
किसान नेता मंजीत सिंह ने कहा कि अगर सरकार चाहती है कि आंदोलन खत्म हो, तो उन्हें तीनों कानून वापस लेने चाहिए. पीएम कहते हैं कि सरकार किसानों के साथ है, तो उन्हें हमारी मांग माननी चाहिए.
किसान संगठनों का कहना है कि उन्हें कोई संशोधन नहीं चाहिए बल्कि कानून वापस होने चाहिए. Farmer government talks over
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