मोदी सरकार द्वारा लागू तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन का आज 52वां दिन है. बीते दिनों होने वाली बारिश में जहां किसान डटकर आंदोलन करते रहे. farmers movement continues
वहीं अब किसानों के लिए घना कोहरा नहीं चुनौती बन रही है. बावजूद इसके किसान आरपार की लड़ाई को लेकर आज भी दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे हुए हैं.
कल होने वाली नौवें दौर की बातचीत में भी कोई नतीजा नहीं निकल सका. farmers movement continues
वार्ता विफल होने के बाद आंदोलन को तेज करने का ऐलान
9वें दौर की वार्ता विफल होने के बाद किसानों ने साफ कर दिया कि आंदोलन जारी रहेगा.
इतना ही नहीं किसानों ने सुप्रीम कोर्ट से नोटिस मिलने के बावजूद भी 26 जनवरी को टैक्टर मार्च निकालने के अपने फैसले पर आज भी अड़े हुए हैं.
अब यह मार्च किस तरह और कैसे निकाला जाएगा इसे लेकर कल किसान संगठन से जुड़े लोग एक बैठकर आगे की रणनीति बनाने वाले हैं.
19 जनवरी को होगी अगली बैठक farmers movement continues
दिल्ली के विज्ञान भवन में कल किसानों संग होने वाली बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार चाहती है कि बातचीत से हल निकले और किसानों का आंदोलन खत्म हो.
कृषि मंत्री ने कहा कि आज की बातचीत सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई. चर्चा में हल नहीं निकल सका. 19 जनवरी को दोपहर 12 बजे हम फिर बैठेंगे. हमें उम्मीद है कि चर्चा जारी रहेगी. farmers movement continues
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लागू तीनों नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. किसान और सरकार के बीच ठनी रार खत्म होने का नाम नहीं ले रही.
सुप्रीम कोर्ट के अहम फैसले के बावजूद राजधानी दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे किसान पिछले 52 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. farmers movement continues
एक तरफ किसान जहां कानून को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं. वहीं दूसरी तरफ सरकार बातचीत के जरिए मामले का कोई बीच का हल निकालने की कोशिश कर रही है.
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