Gujarat Exclusive > देश-विदेश > मर गई इंसानियत: गर्भवती हथिनी को पटाखे से भरा फल खिलाया, फटने से हुई निर्मम मौत

मर गई इंसानियत: गर्भवती हथिनी को पटाखे से भरा फल खिलाया, फटने से हुई निर्मम मौत

0
3054

इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली एक घटना केरल से सामने आई है. केरल में कुछ शरारती तत्वों ने एक गर्भवती हथिनी को पटाखों से भरा अनानास खिला दिया. इसके बाद पटाखे हथिनी के मुंह में फट गए और हथिनी के गर्भ में पल रहे बच्चे समेत उसकी मौत हो गई. यह दर्दनाक घटना वन विभाग के एक अधिकारी ने तस्वीरें सोशल मीडिया में पोस्ट कीं जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं.

केरल के एक वरिष्ठ वन अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि केरल के साइलेंट वैली फ़ॉरेस्ट में एक गर्भवती जंगली हाथी मानव क्रूरता का शिकार हो गई. यहां हथिनी के मुंह में पटाखे से भरा अनानास फट गया. उसके सारे मसूड़े बुरी तरह फट गए और वह खा भी नहीं पा रही थी. आखिरकार बेजुबान हाथी की मौत हो गई.

खबरों के मुताबिक गर्भवती भूखी हथिनी भोजन की तलाश में जंगल के बाहर आ गई. वह गांव में भटक गई. इसके बाद कुछ स्थानीय लोगों ने उसके साथ शरारत की और उसे अनानास में पटाखे भरकर खिला दिया. भूख से बेहाल हथिनी ने वह अनानास खा लिया और कुछ ही देर में उसके पेट के अंदर पटाखे फटने लगे. हथिनी बुरी तरह घायल हो गई. सूचना के बाद पहुंची रेस्क्यू टीम हथिनी को लेकर आई. हालांकि कुछ देर बाद ही हथिनी ने दम तोड़ दिया.

प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) और मुख्य वन्यजीव वार्डन सुरेंद्र कुमार ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया- यह माना जा रहा है कि पटाखा हथिनी को मारने के इरादे से ही खिलाया गया था. ये घटना की रिपोर्ट अट्टापदी के साइलेंट वैली के फ्रिंज इलाके में हुई. सुरेंद्र कुमार ने कहा कि हाथी की मौत 27 मई को मलप्पुरम जिले में वेल्लियार नदी में हुई. उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम से पता चला है कि वह गर्भवती थी. उन्होंने कहा, “वन अधिकारियों को अपराधी को पकड़ने के लिए निर्देशित दिया गया है और उसे सजा दी जाएगी.

रेस्क्यू टीम का हिस्सा रहे वन अधिकारी मोहन कृष्णन ने इसकी सूचना सबसे पहले फेसबुक दी और लिखा, ‘उसने सभी पर भरोसा किया. जब वह अनानास खा गई और कुछ देर बाद उसके पेट में यह फट गया तो वह परेशान हो गई. हथिनी अपने लिए नहीं बल्कि उसके पेट में पल रहे बच्चे के लिए परेशान हुई होगी, जिसे वह अगले 18 से 20 महीने में जन्म देने वाली थी.’

https://archivehindi.gujaratexclsive.in/sc-refuses-to-interfere-with-the-petition-to-remove-the-word-india-from-the-constitution/