पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर को मिलने वाला विशेष दर्जा हटाने के बाद पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर जाने के लिए रवाना हुआ था. लेकिन इस डेलीगेशन को श्रीनगर एअरपोर्ट पर रोक लिया गया था. लेकिन घाटी से धारा 370 हटने के काफी दिनों बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री को आज श्रीनगर पहुंचने में कामयाबी हासिल हुई है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को श्रीनगर पहुंच गए हैं. सितंबर में उन्हें श्रीनगर एयरपोर्ट से लौटा दिया गया था. उनके साथ पूर्व ब्यूरोक्रेट वजाहत हबीबुल्ला, पत्रकार भरत भूषण और सामाजिक कार्यकर्ता कपिल काक भी श्रीनगर में पहुंच गए हैं. ये सभी लोग अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद क्षेत्र में जमीनी हकीकत का जायजा ले रहे हैं.
इससे पहले सिन्हा ने ट्वीट किया, ‘कन्सर्न्ड सिटिजन्स ग्रुप के साथ जमीनी हालात और सरकार के फैसले से हुए आर्थिक नुकसान का जायजा लेने श्रीनगर जा रहा हूं. आशा करता हूं कि हमें प्रवेश की इजाजत मिल जाएगी.’
चार सदस्यीय समूह केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा देने के बाद से बने जमीनी हालातों का जायजा लेने के लिए राज्य की चार दिवसीय यात्रा पर है. 25 नवंबर को वापस लौटने के बाद ये लोग क्षेत्र के जमीनी हालात पर अपनी रिपोर्ट जारी करेंगे.
अभी सिन्हा और बाकी लोग घाटी के लोगों से मिल रहे हैं. वे हिरासत में लिए गए मुख्यधारा के नेताओं से भी मिलने की कोशिश करेंगे.