दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाकों में अब शांति का माहौल है. हालांकि इन इलाकों में भारी मात्रा में सुरक्षा बल अब भी तैनात हैं. लोगों की जिंदगी पटरी पर आने के साथ ही उनका दर्द भी सामने आ रहा है. वहीं हिंसा में आप पार्षद की भूमिका को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी सामने आ गए हैं. हिंसा में मरने वालों की संख्या अब तक 38 हो चुकी है और 200 से ज्यादा लोग घायल बताये जा रहे हैं.
जुमे की नमाज को देखते हुए पुलिस ने हिंसाग्रस्त इलाकों में धारा 144 में चार घंटे की ढील दी है, जिससे लोगों को सहुलियत हो सके. वहीं दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर ओपी मिश्रा ने चांद बाग में कहा कि दुकानों के खुलने का मतलब है कि अब हालात सामान्य हो रहे हैं. इस इलाके में कल से ही ऐसा माहौल है. हमारा फोकस इसी बात पर है कि जो लोग यहां रह रहे हैं उनकी जिंदगी पटरी पर आए. उन्होंने आगे कहा कि लोगों को अपनी गंगा-जमुनी तहजीब को दोबारा जिंदा करना चाहिए. हमने यहां अमन कमेटी की बैठकें की हैं. साथ ही लोग सही तरीके से मस्जिद में नमाज अदा कर सकें इसका भी इंतजाम किया है.
पिछले दिनों दिल्ली में होने वाली हिंसा के बाद ये पहला जुमा है. ऐसे में पुलिस की कोशिश होगी कि आज सब कुछ शांतिपूर्वक निपट जाए, जिसके बाद ही वह राहत की सांस ले पाएगी. दिल्ली पुलिस के लिए आज दोहरी परीक्षा का दिन है. एक ओर जहां पुलिस का सारा फोकस नॉर्थ-ईस्ट इलाके में होगा तो वहीं साउथ दिल्ली के जामिया में जुमे की नमाज पढ़ने के बाद मार्च निकाला जाएगा. ये मार्च जामिया के जामा मस्जिद से सेंट्रल कैंटीन तक निकाला जाएगा. पुलिस की कोशिश होगी कि ये मार्च शांतिपूर्वक निकल जाए और कोई भी अप्रिय घटना न हो.