कोरोना संकट के बीच जर्मन फुटबॉल लीग बुंडिशलीगा शनिवार से पिच पर लौट आई. इसके साथ ही कोरोना वायरस महामारी के बाद बहाल होने वाली यह पहली यूरोपीय लीग बन गई. जर्मन फुटबॉल लीग में शनिवार को खेले गए डर्बी मुकाबले में बोरुसिया डोर्टमंड ने शाल्के को 4-0 से हरा दिया. इस दौरान खिलाड़ी पूरे जोश में तो नजर आए लेकिन उन्हें कड़े दिशानिर्देशों का पालन करते हुए देखा गया.
मालूम हो कि दो महीने के ब्रेक के बाद जर्मन फुटबॉल लीग ने मैचों की बहाली के लिए असाधारण विस्तृत योजना चांसलर एंजेला मर्केल और अन्य 16 नेताओं को भेजी थी. उन्होंने साथ ही संक्रमण को रोकने के लिए कई दिशा-निर्देश भी भेजे थे. अब मैचों के दौरान स्टेडियम खाली होंगे, जिसमें सिर्फ खिलाड़ियों के चिल्लाने की आवाजें और रैफरियों की सीटी की आवाज सुनाई देगी.
क्षमता 82 हजार दर्शकों की लेकिन मौजूदगी 0
डोर्टमंड और शाल्के के बीच खेले गए एकतरफा मुकाबले में मैदान पर एक भी दर्शक दिखाई नहीं दिया. सामान्य तौर पर सिग्नल इडुना पार्क स्टेडियम में 82,000 के करीब दर्शक आते हैं, लेकिन यह मुकाबला बिना दर्शकों के खेला गया. इस दौरान कोचिंग स्टाफ से जुड़े लोग मास्क पहने नजर आए जबकि अतिरिक्त खिलाड़ी की भूमिका में बैठे खिलाड़ी भी मास्क पहने थे. गोल करने के बाद किसी तरह का पुराना जश्न दिखाई नहीं दिया. डोर्टमंड के लिए गोल मशीन हालैंड ने और थॉर्गन हैजार्ड ने एक-एक गोल दागे जबकि राफेल ग्यूरेरो ने दो मौके पर गेंद को नेट्स में पहुंचाया.
मालूम हो कि जर्मनी में अन्य यूरोपीय देशें की तुलना में कोरोना वायरस से कम मौतें हुई हैं, लेकिन फिर भी दर्शकों का लौटना अब भी खतरनाक है. इंग्लैंड, इटली और स्पेन में अभी भी लीग फुटबॉल शुरू होने में एक महीना लगेगा. दर्शकों के बिना खेले जाने वाले इस मुकाबले में चुनिंदा मीडियाकर्मी और अधिकारी ही मौजूद होंगे.