न्यूयॉर्क: गूगल ने अफ़ग़ान सरकार के ईमेल अकाउंट को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है. लेकिन इस ईमेल अकाउंट की संख्या कितनी है उसके बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है. कहा जाता है कि गूगल ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि पूर्व अफगान अधिकारियों और उनके सहयोगियों द्वारा बड़ी मात्रा में डिजिटल जानकारी को पीछे छोड़ दिया गया है. यह तमाम जानकारी अब तालिबान के हाथों में लग सकती है.
अफगानिस्तान में अमेरिकी समर्थित सरकार के पतन और उसके बाद तालिबान का कब्जा, जिसकी वजह से अफगानिस्ता में अफरा-तफऱी का माहौल पैदा हो गया है. कुछ रिपोर्टों ने आशंका जताई है कि तालिबान बायोमेट्रिक डेटा और अफगान पेरोल डेटाबेस के माध्यम से सरकार के लिए काम करने वाले लोगों की जानकारी प्राप्त कर सकता है. उसके बाद तालिबान लड़ाके ऐसे लोगों को खोजकर उनको मौत के घाट उतार सकते हैं. गौरतलब है कि तालिबान ने जब से देश पर कब्जा किया है ऐसे लोगों को खोजकर मार दिया जा रहा है. जानकारी ऐसी भी सामने आ रही है कि तालिबान अमेरिकी बलों के लिए काम करने वाले लोगों की भी तलाश कर रही है.
ईमेल अकाउंट बंद करने को लेकर गूगल ने क्या कहा?
गूगल ने कहा कि वह ईमेल अकाउंट को सुरक्षित करने के लिए अस्थायी कार्रवाई कर रहा है. लेकिन कंपनी ने यह स्वीकार नहीं किया कि ईमेल अकाउंट पूरी तरह से बंद कर दिया है. गूगल के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, “हम विशेषज्ञों की सलाह पर अफगानिस्तान की स्थिति का आकलन करना जारी रखे हुए हैं. हम ईमेल खाते को सुरक्षित करने के लिए अस्थायी कार्रवाई कर रहे हैं, क्योंकि युद्धग्रस्त देश से लगातार सूचनाएं आ रही हैं, कि तालिबान पूर्व अधिकारियों से ईमेल प्राप्त करने की कोशिश कर रहा है.
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