पिछले कुछ दिनों से खबर चल रही है कि गूगल वोडाफोन-आइडिया टेलीकॉम कंपनी में हिस्सेदारी खरीदना चाहती है. अगर ये डील हो जाती है तो कारोबार की मुश्किल से जूझ रही वोडाफोन-आइडिया के लिए ये बेहद मददगार साबित हो सकती है. गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट वोडाफोन आइडिया में 5 फीसदी हिस्सेदारी लेने की खबर सामने आई थी.
इस बीच कंपनी ने कहा है कि वह निरंतर विभिन्न अवसरों का आकलन करती रहती है, लेकिन उसके निदेशक मंडल के समक्ष अभी ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है. वोडाफोन आइडिया ने यह स्पष्टीकरण बीएसई को दिया है. उसने यह स्पष्टीकरण इस रिपोर्ट के एक दिन बाद दिया है कि गूगल की दूरसंचार कंपनी में 5 प्रतिशत हिस्सेदारी पर नजर है.
कंपनी ने शुक्रवार को बयान में कहा, ”कॉरपोरेट रणनीति के तहत कंपनी अपने शेयरधारकों के मूल्य को बढ़ने के लिए विभिन्न अवसरों का आकलन करती रहती है. जब भी कंपनी का निदेशक मंडल इस प्रकार के प्रस्ताव पर विचार करेगा, कंपनी इसकी सूचना देगी और खुलासा बाध्यताओं का पालन करेगी. वोडाफोन आइडिया ने कहा कि फिलहान ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है, जिस पर निदेशक मंडल विचार कर रहा हो.
मालूम हो कि गूगल, वोडाफोन-आइडिया में कुछ हिस्सेदारी खरीदने पर विचार करने वाली खबर के बाद वोडाफोन आइडिया के शेयरों में शुक्रवार को करीब 31 फीसद तक की तेजी आई और शेयर 7.60 रुपये के भाव पर पहुंच गया था. कंपनी के स्पष्टीकरण के बाद शेयरों में तेजी थमी और 12.93% की बढ़त के साथ यह 6.55 रुपये पर बंद हुआ था. वोडाफोन आइडिया पर आदित्य बिड़ला ग्रुप और वोडाफोन पीएलसी का मालिकाना हक है.
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