अहमदाबाद: गुजरात के सरकारी अस्पतालों के 10 हजार से अधिक डॉक्टर उच्च वेतन सहित विभिन्न लाभों की मांग को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं, हड़ताल की वजह से पूरे गुजरात में सरकारी अस्पतालों पर इसका सीधा असर दिखाई दे रहा है. मरीजों को परेशानियों से दो चार होना पड़ रहा है. अहमदाबाद की सिविल अस्पताल के करीब 450 डॉक्टर इस हड़ताल में जुड़े हैं जिसकी वजह से 50 छोटे-बड़े ऑपरेशन को रद्द करना पड़ा.
लेकिन सिविल अस्पताल के सुपरिन्टेंडेंट राकेश जोशी का कहना है कि करीब 10 ऑपरेशन रद्द कर दिए गए हैं. लेकिन एक अनुमान के मुताबिक सिविल में रोजाना करीब 50 से 60 ऑपरेशन किए जाते हैं. अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में हड़ताल के दिन सोमवार को करीब 3,000 मरीजों को ओपीडी में भर्ती कराया गया था. लेकिन हड़ताल की वजह से ऑपरेशन रद्द कर दिया गया था. जिसकी वजह से मरीजों और उनके रिश्तेदारों को परेशानियों से दो चार होना पड़ा था.
अहमदाबाद सिविल अस्पताल प्रशासन ने संविदा डॉक्टरों को ओपीडी की जिम्मेदारी दी है. किडनी अस्पताल, यूएन मेहता हार्ट अस्पताल और गुजरात कैंसर अस्पताल से कुल 10 डॉक्टरों को आवंटित करने की मांग की गई है.
हड़ताली डॉक्टरों का दावा है कि चार महीने पहले, सरकार ने हमारी मांगों को स्वीकार करने की घोषणा की और मार्च के अंत तक एक प्रस्ताव पारित करने का वादा किया था, लेकिन अभी तक हमारी तमाम मांग को लेकर लिखित निर्णय की घोषणा नहीं की है.
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