महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के बीच सरकार के गठन को लेकर अभी भी तनाव है। महाराष्ट्र में सरकार गठन की डेडलाइन खतम होने में अब 48 घंटे से भी कम वक्त बचा है। इसी बीच राज्यपाल बीएस कोश्यारी ने कानूनी सलाह मांगी।
महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल शुक्रवार को खत्म होने से एन पहले राज्यपाल बीएस कोश्यारी ने कानूनी पहलुओ और संवैधानिक मुद्दों पर विचार-विमर्श के लिए महाधिवक्ता आशुतोष कुंभकोणी से राजभवन में चर्चा की। महाराष्ट्र में सरकार गठन के आसार कम होते जा रहे हैं और अंतिम विकल्प के तौर पर राष्ट्रपति शासन का अंदेशा बढ़ता जा रहा है।
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर शिवसेना ने मातोश्री मे अपने विधायकों के साथ अहम बैठक की। शिवसेना अपने सभी विधायकों को एकजुट रखने के लिए उन्हें इस बैठक के बाद किसी होटल में ले जाया गया है। बीजेपी द्वारा 182 विधायकों के समर्थन का दावा करने की खबरों के बाद शिवसेना ने अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए जरूरी कदम उठाए।
आपको बता दे कि महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए 145 का आंकड़ा जरूरी है। भाजपा के पास 105 और शिवसेना के पास 56 विधायक है जब कि राकांपा (NCP) के पास 54 और कांग्रेस के पास 44 विधायक, अन्य विधायकों की संख्या 29 है।