गांधीनगर: गुजरात में पहली बार ‘मिशन 2022’ के लिए एक-दो नहीं, बल्कि तीन राजनीतिक दल सक्रिय हुए हैं. गुजरात में आप के आने के बाद बीजेपी-कांग्रेस की परेशानी बढ़ने वाली है. अरविंद केजरीवाल जिस तरह से गुजरात में सक्रिय हुए हैं, उसे देखकर अब बीजेपी और कांग्रेस ने भी चुनावी मोड में आ गई है.
राज्य बीजेपी ने विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं. चुनाव प्रचार के लिए अलग-अलग 5 राज्यों के कार्यकर्ताओं को गुजरात लाने की योजना है. अलग-अलग राज्यों को जोन के हिसाब से जिम्मेदारी सौंपी गई है.
भाजपा नेताओं को दी गई जिम्मेदारी
उत्तर गुजरात जोन की जिम्मेदारी राजस्थान भाजपा कार्यकर्ताओं की
मध्य जोन की मध्य प्रदेश और झारखंड भाजपा कार्यकर्ताओं को दी गई जिम्मेदारी
साउथ जोन के लिए महाराष्ट्र बीजेपी जिम्मेदार
सौराष्ट्र जोन की जिम्मेदारी बिहार भाजपा को दी गई
कांग्रेस ने 26 लोकसभा और 182 विधानसभा प्रभारी नियुक्त किए हैं
दूसरी ओर हमेशा देर से उठने वाली कांग्रेस आम आदमी पार्टी की सक्रियता को देखकर आलसीपन को त्याग दिया है. एक तरफ कांग्रेस को पहले ही कई नेताओं और कार्यकर्ताओं के पार्टी छोड़ने से करारा झटका लगा है. उसमें भी आप के गुजरात में प्रवेश से कांग्रेस के वोट बैंक को बड़ा नुकसान हो सकता है. कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी हैं. इसके लिए राजस्थान, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ताओं ने गुजरात में शरण ली है. 26 लोकसभा और 182 विधानसभा प्रभारी नियुक्त किए गए हैं. प्रभारी को विभिन्न जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं.
महंगाई, रोजगार, शिक्षा के मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस!
कांग्रेस द्वारा नियुक्त प्रभारी को समन्वय, सूचना के प्रसार और संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी उनको दी गई है. स्थानीय नेताओं से मिलकर प्रभारी काम कर रहे हैं. कांग्रेस विधानसभा चुनाव स्थानीय मुद्दों पर फोकस करके लड़ेगी. जिसमें लोगों को महंगाई, रोजगार, शिक्षा के मुद्दों से अवगत कराया जाएगा. कांग्रेस स्वास्थ्य और किसानों के मुद्दे पर सरकार की नाकामी को बेनकाब करेगी.