कोरोना वायरस के खिलाफ जंग को लेकर गुजरात (Gujarat Covid-19 Vaccine) में रविवार से दूसरे चरण का टिकाकरण शुरू हुआ. इस चरण में कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित राज्य के शीर्ष अधिकारियों को टीका लगाया जाएगा.
16 जनवरी को शुरू हुए टीकाकरण अभियान के तहत पहले ही गुजरात में 2.46 लाख से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीन (Gujarat Covid-19 Vaccine) की पहली खुराक दी जा चुकी है.
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दूसरे चरण के तहत, राजस्व और शहरी विकास विभागों और पुलिस अधिकारियों सहित 3.2 लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण (Gujarat Covid-19 Vaccine) किया जाएगा.
गांधीनगर में गुजरात के पुलिस महानिदेशक (DGP) आशीष भाटिया ने वैक्सीन (Gujarat Covid-19 Vaccine) की सुरक्षा के बारे में लोगों में विश्वास जगाने के लिए वैक्सीन का पहला शॉट लिया. अहमदाबाद में पुलिस सिविल अस्पताल और कुछ अन्य चुनिंदा स्थानों पर टीकाकरण करवा रही है.
सभी पुलिसकर्मियों को 3 दिनों में टीका
अहमदाबाद के पुलिस आयुक्त संजय श्रीवास्तव ने कहा कि सभी पुलिसकर्मियों को अगले तीन दिनों में टीका लगाया जाएगा. इतने सारे लोगों के संपर्क में आते ही पुलिस संक्रमण का शिकार हो जाती है. इसलिए टीका (Gujarat Covid-19 Vaccine) लगवाना जरूरी है.
पीएम मोदी ने की अमेरिका से तुलना
साल 2021 के पहले मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस साल की शुरुआत के साथ-साथ ही कोरोना को लेकर हमारी लड़ाई को भी लगभग एक साल हो गया है.
पीएम ने कहा, ‘हम सबसे बड़े वैक्सीन प्रोग्राम के साथ ही दुनिया में सबसे तेज गति से अपने नागरिकों का टीकाकरण भी कर रहे हैं. सिर्फ 15 दिन में, भारत, अपने 30 लाख से ज्यादा, कोरोन वॉरियर्स का टीकाकरण कर चुका है, जबकि, अमेरिका जैसे समृद्ध देश को, इसी काम में, 18 दिन लगे थे और ब्रिटेन को 36 दिन.’
पीएम मोदी ने कहा कि साथियो, मेड इन इंडिया वैक्सीन आज भारत की आत्मनिर्भरता का तो प्रतीक है ही भारत के, आत्मगौरव का भी प्रतीक है.
दो वैक्सीन को मिली है मंजूरी
बता दें कि केंद्र सरकार ने कोरोना की दो वैक्सीन को आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी है. एस्ट्राज़ेनेका और ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित और सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित कोविशिल्ड को भारत में आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिली है जबकि भारत त बायोटेक द्वारा विकसित कोवैक्सीन को भी केंद्र ने इस्तेमाल की मंजूरी दी है.
देश में टीकाकरण अभियान के तहत शनिवार तक 37.44 लाख से अधिक लोगों को टीका लगाया जा चुका है.