गुजरात (Gujarat) के दाहोद (Dahod) जिले में एक परिवार द्वारा सामूहिक आत्महत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. गुजरात (Gujarat) के दाहोद जिले के एक परिवार के पांच सदस्यों ने शुक्रवार को आत्महत्या कर ली. घटना तालुका के सुजयबाग क्षेत्र की है. हालांकि अब तक इस सामूहिक आत्महत्या करने की वजहों का पता नहीं चल पाया है.
जानकारी के मुताबिक, गुजरात (Gujarat) के हरने वाले पति-पत्नी और उनके तीन बच्चों ने अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए जहर का सेवन किया. बच्चों की उम्र 7 साल, 16 साल और 17 साल की थी.
आत्महत्या करने वाले पुरुष के पिता ने कहा कि किसी गोल्ड के सौदे को लेकर उसकी साली द्वारा उसे परेशान किया जा रहा था. इसकी वजह से परिवार वित्तीय तनाव में था.
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हालांकि गुजरात (Gujarat) पुलिस ने कहा कि यह कहना जल्दबाजी होगी कि परिवार ने आखिर क्यों आत्महत्या करने का फैसला किया.
तीन बेटियों के साथ मां-बाप ने दी जान
जांच में पता चला है कि सैफात दुधियावाला (42) और उनका परिवार सुजयबाग इलाके के बैतूल अपार्टमेंट में रह रहा था. वह अपनी पत्नी मेहज़बीन (35) और तीन बेटियों अरवा (17), ज़ैनाल (16) और हुसैना (7) के साथ रहते थे. सैफात डिस्पोजेबल खान उपलब्ध करने के व्यवसाय में था.
अहमदाबाद में भी हुई थी ऐसी घटना
इसी तरह की एक घटना इस साल जून में गुजरात (Gujarat) के अहमदाबाद से सामने आई थी. वाटवा जीआईडीसी इलाके के विनजोल के पास एक अपार्टमेंट में चार बच्चों सहित एक परिवार के छह सदस्य मृत पाए गए थे.
उन छह में से दो वयस्क थे और चार बच्चे थे. वयस्क भाइयों के नाम गौरांग पटेल और अमरिश पटेल थे. इन दोनों भाइयों के चार दो-दो बच्चे थे. गैरांग ने एक वन बीएचके फ्लैट ले रखा था. भाइयों ने पहले बच्चों को जहर दिया और फिर खुद को फांसी लगा ली थी.
दोनों भाइयों की पत्नियों द्वारा गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराने के दो दिन बाद दोनों के शव मिले थे. तब गुजरात (Gujarat) पुलिस को वहां पहुचने के लिए फ्लैट का दरवाजा तोड़ना पड़ा था. शवों की हालत क्षत-विक्षत अवस्था में पड़ी थी और गुजरात (Gujarat) पुलिस को संदेह था कि भाइयों ने उसी दिन खुद को मार डाला था जिस दिन वे लापता हो गए थे.
बाद में जांच में पता चला कि दोनों भाई वित्तीय तनाव में थे और गुजरात (Gujarat) में लागू कोरोना लॉकडाउन ने उनके वित्तीय संकट को और बढ़ा दिया था.
बाद में एक भाई की पत्नी अपने बच्चों को खोने के दर्द को बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसने भी आत्महत्या कर ली.