हिम्मतनगर: जहां एक तरफ दिल्ली की सीमा पर हजारों की तादाद में किसान नए कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं. Gujarat farmer protest
वहीं दूसरी तरफ गुजरात के पाटन जिले में भी किसानों ने अनोखे तरीके से अपना विरोध जताया है. पाटन में किसानों ने मंगलवार को पानी के मुद्दे पर अपना विरोध जताया.
गुजरात के किसानों का अनोखा विरोध प्रदर्शन
पाटन में सिंचाई के लिए पानी की कमी से परेशान लगभग 50 किसान नहर में उतर गए और कबड्डी खेलना शुरू कर दिया. इस दौरान किसानों ने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
किसानों का कहना है कि यदि जल्द ही नहर में पानी नहीं छोड़ा गया तो विरोध में शीघ्र आंदोलन किया जाएगा. Gujarat farmer protest
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सुजलाम सुफलाम नहर में पानी छोड़ने की मांग
उल्लेखनीय है कि पाटन जिले के सरस्वती तहसील से होकर गुजरने वाली सुजलाम सुफलाम नहर इन दिनों पानी के बिना एक सूखी भट्टी बन गई है.
रवि फसलों की सिंचाई के लिए किसानों को पानी की आवश्यकता है. सरस्वती तालुका के 22 गांवों में सिंचाई का पानी उपलब्ध नहीं होने के कारण सर्दियों के फसलों को नुकसान होने का अंदेशा है.
किसान नहर में पानी की कमी से परेशान हैं. Gujarat farmer protest
दिल्ली में जारी है किसानों का विरोध प्रदर्शन Gujarat farmer protest
कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन सातवें दिन भी जारी है. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ कल होने वाली बातचीत बेनतीजा साबित हुई है. इस बीच किसानों ने आंदोलन को तेज कर दिया है.
मिल रही जानकारी के अनुसार किसानों ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर चक्काजाम कर दिया है. इसके साथ ही दिल्ली-नोएडा को जोड़ने वाला DND का रास्ता भी बंद हो गया है.
बीते दिनों किसानों ने सरकार के प्रस्ताव को खारिज कर दिल्ली का घेराव करने का ऐलान किया था. Gujarat farmer protest
सरकार किसानों को मनाने की कोशिश कर रही है लेकिन किसान कानून को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं.
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