गांधीनगर: गुजरात सरकार ने राज्य में प्राथमिक शिक्षकों के लिए 6 घंटे के बजाय 8 घंटे का नौकरी सर्कुलर को विवाद बढ़ने के बाद रद्द कर दिया है. पाटन विधायक ने भी इस मामले को लेकर शिक्षा मंत्री को पत्र भी लिखकर समय कम करने की मांग की थी.
पाटन विधायक ने शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा था. पाटन विधायक किरीट पटेल ने कहा, ‘सालों से शिक्षकों के लिए निर्धारित समय में अचानक से बढ़ोतरी का कारण मुझे समझ नहीं आ रहा है. राज्य के अन्य सरकारी कार्यालयों के कर्मचारियों का समय 11.00 से 5.00 बजे तक है. लेकिन शिक्षकों के नौकरी के समय में वृद्धि करना किसी भी हिसाब से सही नहीं है. फैसले को लेकर बढ़ते विवाद के बाद सरकार ने इस मामले में यू-टर्न ले लिया है.
बीते दिनों जारी सर्कुलर को रद्द करते हुए शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा ने कहा कि शिक्षकों को अब सिर्फ 6 घंटे काम करना होगा.
क्यों खड़ा हो गया था विवाद?
उल्लेखनीय है कि अभी तक प्राथमिक स्कूल के शिक्षक सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक यानी स्कूल की छुट्टी के साथ खत्म हो जाता था. लेकिन अब इसमें सुधार कर 2 घंटा स्कूल में उपस्थिति बढ़ा दिया गया है. राज्य सरकार के इस फैसले का शिक्षकों ने विरोध किया था.
गौरतलब है कि राज्य में कोरोना की स्थिति में सुधार को देखते हुए सरकार ने स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोलना शुरू कर दिया है. 2 सितंबर से राज्य भर में कक्षा 6 से 8 तक की ऑफलाइन कक्षाएं शुरू कर दी गई हैं. हालांकि इस बीच कोविड दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा. वहीं छात्रों को भी अभिभावकों की लिखित सहमति के बाद ही स्कूल बुलाया जा रहा है.
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