गांधीनगर: कोरोना संकटकाल में लगातार महंगाई बढ़ती जा रही है. इसकी वजह से इंटर्न डॉक्टर भी प्रभावित हो रहे हैं.
इंटर्न डॉक्टरों को मिलने वाली वजीफा की रकम बढ़ाने की मांग को लेकर आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं.
इंटर्न डॉक्टर ने अपने वजीफे को 13,000 रुपये से बढ़ाकर 20,000 रुपये तक बढ़ाने की मांग की है. Gujarat Intern Doctor
गुजरात के 2 हजार इंटर्न डॉक्टर उतरे हड़ताल पर Gujarat Intern Doctor
इस सिलसिले में मिल रही जानकारी के अनुसार, गुजरात सरकार के साथ-साथ GEMERS और म्युनिसिपल कॉलेज के इंटर्न डॉक्टरों को लगभग 13 हजार का वजीफा दिया जा रहा है.
अनुमानित 2 हजार इंटर्न डॉक्टर 20,000 रुपया देने की मांग करते हुए हड़ताल पर चले गए हैं. इंटर्न डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से कोरोना महामारी के इस दौर में मरीजों को भारी परेशानी होने की उम्मीद जताई जा रही है.
वजीफा बढ़ाने की मांग Gujarat Intern Doctor
हड़ताल पर उतरे इंटर्न डॉक्टर प्रति माह 20,000 रुपये के स्टाइपेंड देने की मांग कर रहे हैं. इतना ही नहीं, इस नए वजीफे को अप्रैल 2020 से लागू करने की भी मांग कर रहे हैं. Gujarat Intern Doctor
इससे पहले इंटर्न डॉक्टरों ने 14 दिसंबर तक स्टाइपेंड में वृद्धि की मांग राज्य के स्वास्थ्य विभाग से कर चुके थे. इंटर्न डॉक्टरों ने स्वास्थ्य विभाग से कहा था कि मुंबई में इंटर्न डॉक्टरों को 39,000 रुपये का मासिक वजीफा दिया जाता है.
जबकि केरल में यह 30,000 रुपये है. लेकिन गुजरात में घातक कोरोना महामारी के बीच अपने जीवन के जोखिम में डालकर मरीजों का इलाज कर रहे इंटर्न डॉक्टरों का वजीफा नहीं बढ़ाकर हमारे साथ अन्याय किया जा रहा है.
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