गांधीनगर: गुजरात में कोरोना वायरस की दूसरी लहर खतरनाक बनती जा रही है. कोरोना के बढ़ते आंतक पर काबू पाने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. Gujarat lockdown migrant laborer
बावजूद इसके दैनिक मामलों में कमी दर्ज नहीं की जा रही. गुजरात में अब धीरे-धीरे लॉकडाउन की स्थिति पैदा हो रही है.
इस बीच अहमदाबाद-सूरत-मोरबी सहित गुजरात के अन्य शहरों में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों में लॉकडाउन का डर बैठ गया है. जिसकी वजह से प्रवासी श्रमिक अब गुजरात छोड़कर घर जा रहे हैं.
गुजरात में लॉकडाउन की स्थिति Gujarat lockdown migrant laborer
सूरत-वापी में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों में सबसे ज्यादा डर का माहौल दिखाई दे रहा है. वापी के हजारों लोगों को अपने परिवार के साथ लक्जरी बसों से घर जा रहे हैं. Gujarat lockdown migrant laborer
सूरत में इससे पहले भी इसी तरह की परिस्थिति दिखी थी तब प्रशासन ने दावा किया था कि उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग होली का त्योहार मनाने के लिए अपने घर जा रहे हैं.
रूपानी सरकार का कोई भरोसा नहीं!
रोजगार के लिए उत्तर प्रदेश-बिहार जैसे राज्यों से गुजरात आने वाले प्रवासी मजदूरों को अब राज्य सरकार पर भरोसा नहीं है. Gujarat lockdown migrant laborer
जिस तरह से कोरोना के मामले को लेकर एक साल पहले अचानक राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगा दिया गया था. उसी डर की वजह से अब प्रवासी मजदूर इंतजार नहीं करना चाहते इसलिए लॉकडाउन के ऐलान से पहले वह अपने घर वापसी कर रहे हैं.
गुजरात में नहीं लगेगा लॉकडाउन Gujarat lockdown migrant laborer
राज्य में कोरोना मामलों में वृद्धि के बाद रूपाणी सरकार सतर्क हो गई है. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी लगातार कह रहे हैं कि राज्य में कोई तालाबंदी नहीं होगी.
लेकिन गुजरात उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार से 3 से 4 दिनों के लिए तालाबंदी या कर्फ्यू लगाने के लिए भी कहा था.
गुजरात हाईकोर्ट के निर्देश के बाद राज्य सरकार ने 20 शहरों में नाइट कर्फ्यू लगा दिया था. जो 30 अप्रैल तक लागू रहेगा. Gujarat lockdown migrant laborer
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