- अफरा-तफरी मचने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने दी सफाई
- स्वास्थ्य मंत्री कुमार कानाणी ने बताया अफवाह
- आयुष्मान और मां कार्ड को किया जा रहा है मर्ज
अहमदाबाद-सूरत: मां अमृतम कार्ड को लेकर आज हंगामा उस वक्त मच गया जब अफवाह फैल गई कि कार्ड हमेशा के लिए बंद हो गया है.
मां कार्ड धारकों को कॉल सेंटर से भी लोगों को जवाब दिया गया कि कार्ड बंद हो गया है.
ऐसे में आम आदमी परेशान हो गए कि मां कार्ड के बिना वह अस्पताल के लागत कैसे वहन कर सकते हैं.
अस्पतालों ने कार्ड स्वीकार करने से किया इनकार
इसके साथ ही अहमदाबाद और सूरत के कई अस्पतालों ने भी कहना शुरू कर दिया कि यहां मां कार्ड काम नहीं करेगा.
इतना ही नहीं कई मरीजों को संदेश भी दिया कि उनका मा कार्ड काम नहीं कर रहा इसलिए वह अस्पताल की फीस का भुगतान करें.
परेशान लोगों ने जब सरकारी की ओर से शुरू किए गए कॉल सेंटर पर फोन किया गया तो वहां से भी कार्ड बंद होने की जानकारी दी गई.
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मां कार्ड की वजह से गुजरात में लाखों गरीब लोग मुफ्त अस्पताल उपचार का लाभ उठा रहे हैं. मामला सामने आने के बाद कई मरीजों के रिश्तेदारों ने बताया कि अस्पताल ने साफ कह दिया कि मां कार्ड बंद हो गया है.
अगर उन्हें इलाज कराना है तो पैसों का भुगतान खुद करना होगा. अचानक मां कार्ड बंद होने की जानकारी सामने आने के बाद हंगामा मच गया. लेकिन बाद में पता चला कि यह सिर्फ अफवाह है.
मामले को लेकर हंगामा होते देख उपचुनाव के भागदौड़ में फंसे नेताओं को सफाई देने के लिए आना पड़ा. स्वास्थ्य मंत्री ने दावा किया कि मां कार्ड बंद नहीं हुआ है.
आयुष्मान और मां कार्ड दोनों को विलय करने की प्रक्रिया चल रही है. मां कार्ड धारक और आयुष्मान कार्ड धारक को दोनों का लाभ नहीं मिल सकता.
इसलिए फिलहाल कार्ड को वियल करने की प्रक्रिया चल रही है बंद बिल्कुल भी नहीं किया गया है.
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