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गुजरात में पिछले दो वर्षों में हर घंटे 18 नवजात बच्चों की मृत्यु

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Gujarat Newborn Deaths: गुजरात में पिछले दो वर्षों में समय से पहले पैदा होने वाले या कम वजन के साथ पैदा होने वाले 13,496 नवजात बच्चों की मृत्यु जन्म लेने के कुछ दिनों के भीतर हो गई. इसका मतलब है कि गुजरात में हर दिन औसतन 18 ऐसे नवजात बच्चों की मृत्यु हो जाती है. Gujarat Newborn Deaths

गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों के एक सवाल के बाद राज्य सरकार ने यह आंकड़ा पेश किया है. कांग्रेसी विधायक यह जानना चाहते थे कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या कितनी है और पिछले दो वर्षों में कितने बच्चों को सिक न्यूबोर्न यूनिट्स (SNU) में भर्ती कराया गया है. Gujarat Newborn Deaths

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जवाब में, स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल ने बताया कि पिछले दो वर्षों में 1,06,017 नवजात बच्चों को राज्य के SNU में भर्ती कराया गया. इनमें से 69,314 सरकारी अस्पतालों में पैदा हुए जबकि 38,561 अन्य जगह पर पैदा हुए. इनमें से 13,496 नवजातों की मृत्यु हो गई. Gujarat Newborn Deaths

शहरों का आंकड़ा

अहमदाबाद में 18,598 नवजात सिक न्यूबोर्न यूनिट्स में भर्ती हुए थे जिनमें से 11,494 सरकारी अस्पतालों में पैदा हुए थे. बाकी अन्य जगहों पर पैदा हुए थे जबकि इनमें से 3,134 बच्चों की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. Gujarat Newborn Deaths

वडोदरा में 12,666 नवजात बच्चों को ऐसी इकाइयों में भर्ती कराया गया, जिनमें से 6,884 सरकारी असप्तालों में पैदा हुए थे. वडोदरा में पिछले दो वर्षों में ऐसी इकाइयों में इलाज के दौरान 1975 बच्चों की मृत्यु हो गई. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के गृह जिले राजकोट में कुल 10,623 नवजात बच्चों को भर्ती कराया गया जिसमें से 1,834 की मृत्यु हो गई. Gujarat Newborn Deaths

हालांकि इस दौरान देवभूमि द्वारका, बोटाद, आणंद, अरावली और महिसागर जिलों में किसी भी नवजात बच्चे की मौत नहीं हुई. वहीं पंचमहलों में ऐसी इकाई में भर्ती होने वाले अधिकांश नवजात निजी अस्पतालों में पैदा हुए थे. पंचमहलों में भर्ती हुए कुल 1,892 नवजातों में से 1,493 का जन्म निजी अस्पतालों से हुआ था जबकि बाकी के 399 सरकारी अस्पतालों में जन्में थे.

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