अपनी मां द्वारा डांटे जाने के बाद घर से गायब हुई एक लापता बच्ची को आखिरकार 250 पुलिसकर्मियों की मदद से ढूंढ निकाला गया. सूरत (Surat) जिले के पांडेसरा इलाके में बुधवार को 7 साल की बच्ची के लापता होने का मामला सामने आया था. शिकायत दर्ज कराई गई थी कि बच्ची अपनी मां से किसी बात पर डांट खाने के बाद घर से लापता हो गई थी.
परिवार ने शुरू में खुद से ही लापता बच्ची की तलाश करने की कोशिश की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिलने के बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क साधा. इसके बाद शीर्ष अधिकारियों सहित कुल 250 पुलिस अधिकारी बच्ची की तलाश में जुट गए.
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कई घंटों की तलाश के बाद बच्ची को सूरत के पर्वत पाटिया इलाके में देखा गया.
मां ने बर्तन धोने के लिए डांटा था
जांच में पता चला कि 7 साल की मासूम अपनी मां के साथ रहती थी. जिस दिन वह लापता हुई, उसकी मां ने उसे बर्तन न धोने के लिए डांटा था. इस घटना से बच्ची इतनी आहत हुई कि वह अपना घर छोड़कर भाग गई.
पुलिस ने बताया कि विभिन्न सोसाइटियों में लगे सीसीटीवी कैमरों ने बच्ची का पता लगाने में मदद की. पीयूष पॉइंट सोसाइटी और पत्रकार कॉलोनी में लगे सीसीटीवी कैमरों ने पुलिस को यह तय करने में मदद की कि बच्ची ने घर छोड़ने के बाद कौन से रास्ते पर गई होगी.
आस-पास के अन्य क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों ने भी पुलिस को वेसु क्षेत्र में बच्चे को ढूंढने में मदद की. वहां से उसने पर्वत पाटिया के लिए बस लिया. बच्ची आखिरकार वहीं घूमती पाई गई.
बच्चों को ढूंढने के लिए विशेष अभियान
इससे पहले अगस्त में गुजरात पुलिस ने लापता बच्चों का पता लगाने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया था. इससे लापता बच्चों के 533 मामलों को बंद करने में मदद मिली जिसमें सूरत (Surat) से चौंकाने वाले नतीजे सामने आए. सूरत (Surat) से सबसे अधिक 88 लापता बच्चों का पता लगाया गया. सूरत (Surat) के बाद बनासकांठा के 45 और दाहोद के 42 बच्चों को ढूंढ निकाला गया.