अहमदाबाद: कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर में लागू तालाबंदी के बीच सबसे ज्यादा दिहाड़ी मजदूर और किसान परेशान हैं. लेकिन इस बीच गुजरात के लाखों श्रमिकों के लिए अच्छी खबर आ रही है. दरअसल गुजरात सरकार ने श्रमिकों के स्पेशल एलाउंस को बढ़ाने का निर्णय किया है. यह वृद्धि एक अप्रैल से लागू कर दिया गया है.
गुजरात के श्रम एवं रोजगार विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विपुल मित्रा के अनुसार मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने लॉक डाउन के बीच श्रमिकों के हित को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय किया है. इससे जब लॉकडाउन के बाद उद्योग शुरू होंगे तो श्रमिकों को इसका फायदा होगा. उनके हाथ में अपेक्षाकृत ज्यादा पैसे आएंगे.
मित्रा के अनुसार राज्य सरकार ने लघुत्तम वेतन के अलावा स्पेशल एलाउंट (विशेष भत्ते) की दर तय की है. जो लघुत्तम वेतन की धारा 1948 के तहत कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के अनुसार विभिन्न शिड्यूल्ड रोजगारी के लिए 1 अप्रैल 2020 को जारी करना जरूरी था.
फैसला के तहत अप्रैल 2020 से जो श्रमिक, कर्मचारी शिपब्रेकिंग, कचरा उठाने, साफ-सफाई के काम से जुड़ेंगे. उन्हें नए स्पेशल एलाउंस के तहत दैनिक 47.70 रुपए की जगह 61.90 रुपए दैनिक स्पेशल एलाउंस दिया जाएगा. जिससे उन्हें प्रति महीने 369 रुपया ज्यादा वेतन प्राप्त होगा.
इसी प्रकार से अगरबत्ती बनाने को छोड़ अन्य नौकरियों में जुड़े कर्मचारियों को भी अब स्पेशल एलाउंस 42.40 रुपया दैनिक की जगह 53.50 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से मिलेगा. जिससे उन्हें प्रति महीने 366.60 रुपए ज्यादा वेतन मिलेगा. मित्रा ने कहा कि स्पेशल एलाउंस की यह दर अप्रैल से सितंबर 2020 के दौरान ही प्रभावी रहेगी.
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