अहमदाबाद: गुजरात में मानसून के सीजन का आगमन हो गया है. लेकिन राज्य के कुछ हिस्सों में अभी भी लोग बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
इससे पहले मेघराज सौराष्ट्र जमकर बरस चुके हैं. ऐसे में अब मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में मध्य गुजरात और दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की आशंका जताई है.
बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से मध्य गुजरात और दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों में आने वाले दिनों में भारी बारिश का अनुमान है.
बुधवार को गुजरात में वेदर वॉच ग्रुप की बैठक आयोजित की गई. जिसमें यह बताया गया था कि, “अब तक राज्य में मानसून सीजन में 41 फीसदी बारिश हो चुकी है.
बंगाल की खाड़ी में सक्रिय होने वाले साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से गुजरात में अगले शुक्रवार तक भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है.”
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मध्य गुजरात और दक्षिण गुजरात में भारी बारिश की उम्मीद
जिसमें खासतौर से दक्षिण गुजरात के नवसारी और वलसाड के अलावा, सौराष्ट्र के पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, जूनागढ़ और गीर सोमनाथ जिले के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है.
वहीं गुजरात के अन्य जिलों में भी हल्की से भारी बारिश की उम्मीद जताई गई है.
साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर
बैठक के दौरान, मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर अभी से ही शुरू हो गया है. माना जा रहा है कि साइक्लोनिक सर्कुलेशन का सबसे ज्यादा असर 1 अगस्त को दिखाई देगा.
इस बैठक में कृषि विभाग के अनुसार, राज्य में अब तक 70.27 लाख हेक्टेयर में विभिन्न फसलें बोई गई हैं. पिछले वर्ष की इस अवधि में 58.17 लाख हेक्टेयर में बुवाई की गई थी.
सिंचाई विभाग के अनुसार, अच्छी बारिश से राज्य के बांधों में जल भंडारण की स्थिति में सुधार हुआ है. फिलहाल राज्य के डेमो में क्षमता से 50 प्रतिशत अधिक जल संग्रहण हो चुका है.
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