नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में बीजेपी इन दिनों देश भर में रैली कर रही है. इसी क्रम में जोधपुर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक रैली को संबोधित करते हुए इस कानून का विरोध करने वाली तमाम विपक्षी पार्टियों पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मैं इन सारी पार्टियों को चुनौती देता हूं कि कहीं पर भी चर्चा करने के लिए आ जाओ मैं तैयार हूं.
अमित शाह ने कहा कि भाजपा ने देशभर में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में जनजागरण अभियान का आयोजन किया है.क्यों ये आयोजन करना पड़ा? क्योंकि जिस कांग्रेस को वोटबैंक की राजनीति की आदत पड़ गई है, उसने इस कानून पर दुष्प्रचार किया है. मैं पूरे देश को बताना चाहता हूं कि जो दुखी लोग आ रहें हैं उन्हें नागरिकता देना मानवाधिकार की रक्षा करना है.
गृह मंत्री ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से हिंदू, सिख, जैन, पारसी, बौद्ध, ईसाई लोग, जो धर्म के आधार पर प्रताड़ित होकर भारत आए हैं, उन्हें नागरिकता देने का ये कानून है. उन्होंने कहा कि शरणार्थियों पर जो प्रताड़ना हुई है, इससे बड़ा मानवाधिकार का उल्लंघन कभी नहीं हुआ. वहां ये शरणार्थी भाई करोड़पति थे और आज उनके पास रहने की जगह नहीं है. वहां उनके पास कई बीघा जमीन थी और यहां उनके पास खाने को कुछ नहीं है.
अमित शाह ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि नागरिकता कानून महात्मा गांधी जी का वादा था, क्या वो सांप्रदायिक थे? जवाहरलाल नेहरू ने भी संसद में कहा था कि जो हिन्दू या सिख आये हैं , हम उन्हें नागरिकता देंगे, क्या वो सांप्रदायिक थे? 56 इंच की छाती वाले नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि ये जो लाखों करोड़ों शरणार्थी आएं हैं, इनके मानवाधिकार और सम्मान की रक्षा मैं करूंगा. ये नरेन्द्र मोदी का शासन है, किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है. बेशुमार अत्याचार के बाद जो यहां आये हैं, मोदी जी की सरकार आप सभी को नागरिकता देकर भारतीय होने का गौरव प्रदान करने जा रही है.