बीजिंग: अपने देश में फैले घातक कोरोना वायरस से निपटने के लिए चीन लगातार प्रयास कर रहा है. इस भयंकर वायरस से निपटने के लिए चीन ने 10 दिन के अंदर एक विशेष अस्पताल का निर्माण किया गया है. इस अस्पताल में सोमवार से मरीजों की भर्ती भी शुरू हो गई है. यह वायरस चीन के वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ है और इस वजह से यहां के लोगों का इलाज करने के लिए ह्यूओशेनशान अस्पताल का निर्माण किया गया है. 1,500 बेड वाले इस अस्पताल के निर्माण के लिए 10 दिन तक निर्माण दल ने दिन-रात काम किया और कड़ी मेहनत के बाद इसे तैयार कर लिया. शहर की आबादी एक करोड़ 10 लाख है और इस वजह से संक्रमण के खतरे को देखते हुए लोगों के कहीं भी आने-जाने पर रोक लगाई गई है.
वुहान में उपचार केन्द्र का युद्धस्तर पर निर्माण ऐसा दूसरा मामला है जब देश में किसी बिमारी के लिए दिन रात एक करके विशिष्ट अस्पताल बनाया गया है. इससे पहले 2003 में सार्स फैला था और इससे निपटने के लिए मरीजों के लिए एक सप्ताह में उपचार केन्द्र बनाया गया था. सरकारी मीडिया के अनुसार सोमवार सुबह 10 बजे अस्पताल में मरीजों का पहला जत्था पहुंचा. हालांकि मरीजों की स्थिति और उनकी पहचान के बार में कोई जानकारी नहीं दी गई है.
सरकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की सैन्य शाखा ‘पीपुल्स लिबरेशन आर्मी’ ने वुहान अस्पताल के लिए 1400 चिकित्सक, नर्स तथा अन्य कर्मी भेजे हैं. सरकार ने कहा कि इनमें से कुछ को सार्स तथा अन्य प्रकोप से निपटने का अनुभव है. न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक ह्यूओशेनशान अस्पताल का निर्माण सात हजार बढ़ई, प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन और अन्य विशेषज्ञों के दल ने किया है.
Watch the video to find out how the Wuhan Huoshenshan Hospital was completed in eight days. #coronavirus pic.twitter.com/zNY0yqeKlR
— China Daily (@ChinaDaily) February 2, 2020
मालूम हो कि चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप की वजह से 300 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. इस महामारी से बचने के लिए कई देश चीन में रहे रहे अपने नागरिकों को स्वदेश लाने में जुटे हुए हैं. भारत ने भी विशेष विमान के जरिये हजारों भारतीयों को वहां से स्वदेश बुलाया है.