अगर आपको अहमदाबाद एयरपोर्ट पर भालू दिखें तो आपको इनसे डरने की जरुरत नहीं क्योंकि ये भालू नहीं बल्कि भालू के कपड़े में अहमदाबाद एयरपोर्ट के कर्मचारी हैं, जिन्हें आपकी सुरक्षित यात्रा के लिए तैनात किया गया है. दरअसल अहमदाबाद एअरपोर्ट आथॉरिटी सुरक्षित उड़ान एवं आगमन में दिक्कत पैदा करने वाले पक्षियों एवं बंदरों को भगाने के लिए तरह-तरह के प्रयोग करता रहा है. लेकिन अब एअरपोर्ट पर बढ़ते भालूओं के आतंक को मद्देनजर रखते हुए एयरपोर्ट के 25 कर्मचारियों को भालू के कॉस्टयूम में एयरपोर्ट पर तैनात किया गया है. ये कर्मचारी एयरपोर्ट टर्नल के आसपास भी दिखाई देंगे.
अहमदाबाद एयपोर्ट चारों तरफ से पेड़ पौधों से घिरा हुआ है और टर्मिनल पर लंबी पूछों वाले लंगूरों का दिखना आम बात है. काफी लंबे समय से अहमदाबाद एयरपोर्ट के अधिकारी इन लंगूरों को भगाने का प्रयास कर रहे हैं. अप्रैल 2019 में 15 लंगूरों का समूह ऑपरेशनल एरिया में आ घुसा था और 10 से ज्यादा फ्लाइट के उड़ान में देरी हुई थी और दो उड़ानों को दूसरी जगह भेजना पड़ा था. इसी तरीके से अप्रैल 2017 में दो उड़ानों को काफी इंतजार करना पड़ा था क्योंकि लंगूर रनवे पर चले आए थे और अधिकारी उन्हें भगाने का प्रयास कर रहे थे.
अब तक एयरपोर्ट पर परंपरागत तरीके से ही बंदरों को भगाया जाता था. नियम के मुताबिक अगर कोई जानवर ऑपरेशनल एरिया में घूम रहा है तो उड़ानों को उतरने की अनुमति नहीं दी जाती है. एयरपोर्ट के अधिकारी इन जानवरों को भगाने के लिए पटाखे फोड़ते हैं, तेज आवाज में सायरन बजाते हैं और लाठी से लेकर दौड़ाते हैं. एयरपोर्ट निदेशक ने कहा कि हम ये परंपरागत तरीके जारी रखेंगे. इसके अलावा अब भालू की आवाज को रिकॉर्ड करके बजाया जाएगा. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि बंदरों से निपटने के लिए किसी और एयरपोर्ट पर इस तरह की व्यवस्था है.