अहमदाबाद: आयकर विभाग ने पिछले सप्ताह देश की एक प्रसिद्ध फार्मा कंपनी के 18 स्थानों पर एक साथ छापा मारी कर कंपनी के कई अहम दस्तावेज, सर्वर, लैपटॉप और मोबाइल डेटा को जप्त किया. आयकर विभाग की टीम ने मामले की गहराई से जांच के लिए एफएसएल की मदद ली जिसके बाद खुलास हुआ कि भारी पैमाने पर कपंनी में टेक्स चोरी की जा रही थी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिसमैन फार्मा कंपनी पर आयकर विभाग द्वारा की गई कार्यवाही कंपनी के करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति का भी खुलास हुआ. आयकर विभाग ने कंपनी के 24 लॉकर, 64.47 लाख नकद,75 लाख के आभूषण और 42 लाख की विदेशी मुद्रा जब्त की है. कंपनी ने सिस्टमेटिक ट्रांसफर और फर्जी रसीद बनाकर करोड़ो रुपये की टैक्स चोरी की है.
आयकर विभाग ने कंपनी की डायरी, दस्तावेजों सहित डिजिटल एन्ट्री की जांच करने पर सेल्स कमिशन का 90 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड पाया. इसके अलावा 370 करोड़ रुपये के लेन-देन का हिसाब भी सामने आया है. जबकि लोन और एडवांस के 700 करोड़ रुपये के लेनदेन की जांच चल रही है. कंपनी के इस घोटाले में अहमदाबाद के एक सीए का नाम भी सामने आया है.
उल्लेखनीय है कि दिसमैन फार्मा कंपनी की 4 देशों में कार्यालय है. जो फार्मा क्षेत्र में एक शोध और निर्माता के रूप में काम करती है. 2019 में दिसमैन कंपनी का दो हजार करोड़ रुपये का टर्नओवर का आकड़ा दर्ज किया गया था. जन्मेजय व्यास दिसमैन फार्मा कंपनी के सीएमडी और अध्यक्ष हैं, जबकि उनकी पत्नी देवहुति व्यास निदेशक हैं. वर्तमान में दिसमैन कंपनी आयकर विभाग की इस कार्रवाई से अन्य फार्मा कंपनियों में डर का माहौल पैदा हो गया है.
गौरतलब है कि, ढाई साल पहले सेल कंपनी संचालक संजय शाह और जिग्नेश सेवंतीलाल शाह के यहां आयकर विभाग ने छापा मारा था. इसमें से 20 करोड़ रुपये नकद जब्त किया गया था. दिसमैन फार्मा कंपनी से इसके कनेक्शन का खुलासा जांच में हुआ है. जिग्नेश और संजय शाह का कनेक्शन शहर के कई जाने-माने लोगों और कंपनियों से जुड़े हैं, ऐसे में आगे किसका नाम आएगा ये देखना दिलचस्प होगा.