आज रूस, भारत और चीन (RIC) के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई जिसमें भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हिस्सा लिया. इस दौरान भारतीय विदेश मंत्री ने बिना चीन का नाम लिए कहा कि नियम आधारित आदेशों को चुनौती दी जा रही है. वहीं भारत और चीन के बीच गलवान घाटी में जारी विवाद पर रूस का बयान आया है. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि रूस को नहीं लगता कि भारत और चीन को सीमा विवाद सुलझाने के लिए किसी तीसरे देश की मदद की जरूरत है.
रूसी विदेशी मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा, ”मुझे नहीं लगता कि भारत और चीन को बाहर से कोई मदद चाहिए. मुझे नहीं लगता कि उन्हें मदद करने की आवश्यकता है, खासकर जब यह देश का मुद्दा हो. वे उन्हें अपने दम पर हल कर सकते हैं. इसका मतलब है हाल की घटनाओं को वह खुद हल कर सकते हैं.” उन्होंने आगे कहा,” हम आशा करते हैं कि दोनों देशों में स्थिति शांतिपूर्ण बनी रहेगी और वे विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे.”
भारत, चीन और रूस के विदेश मंत्रियों की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई. इस दौरान एस जयशंकर ने कहा कि विश्व के नेतृत्व की आवाज सबके हित में उठनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इन आवाजों को सबके लिए उदाहरण पेश करना होगा. एस जयशंकर ने कहा कि यह विशेष बैठक अंतरराष्ट्रीय संबंधों के समय परीक्षण किए गए सिद्धांतों में हमारे विश्वास को दोहराती है, लेकिन आज चुनौती केवल अवधारणाओं और मानदंडों में से एक नहीं है, बल्कि उनके अभ्यास के समान है.
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