प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्यादातर त्योहारों से पहले मन की बात के तहत देशवासियों को संबोधित कर लोकल फॉर वोकल की अपील कर रहे हैं. India import growth
बावजूद इसके आयात में लगभग 150 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इस साल 22 मार्च से 31 मार्च के बीच आयात का मूल्य 14.21 बिलियन यूएस डॉलर रहा है.
जो पिछले साल की इसी अवधि में (5.76 अमेरिकी डॉलर) से 146.78 वृद्धि हुई है. भारत सरकार के अनुसार पेट्रोलियम को छोड़कर आयात में 264.19 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
मन की बात में पीएम मोदी दे चुके हैं जोर India import growth
इसी तरह, 22 मार्च से 31 मार्च के बीच निर्यात मूल्य 10. 70 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा है. जो पिछले साल की समान अवधि में 250.47 प्रतिशत था. India import growth
इसी दौरान पीओएल को छोड़कर निर्यात में 280.01 प्रतिशत की वृद्धि हुई. दूसरी ओर यूएस बिडेन प्रशासन का आरोप है कि अमेरिकी निर्यातक अभी भी भारत में महत्वपूर्ण टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं का सामना करते हैं, जो भारत के साथ उनके व्यापारिक संबंध को प्रभावित करता है.
अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (USTR) ने बुधवार को विदेशी व्यापार बाधाओं पर अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि भारत सरकार ने आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाया है, लेकिन “मेक इन इंडिया” जैसे कार्यक्रमों को भी शुरू किया है जो आयात के बजाय घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देता है. India import growth
यूएसटीआरए ने जारी की वार्षिक रिपोर्ट
यूएसटीआरए ने भारत पर अपनी 570 पृष्ठ की रिपोर्ट में कहा, “मई 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देने और विदेशी आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भरता को कम करने के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान की घोषणा की थी.” India import growth
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत ने अपनी बाजार पहुंच बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से द्विपक्षीय और बहुपक्षीय अवसरों की मांग की है.
हालांकि मोदी सरकार आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया जैसी योजनाओं और वोकल फॉर वोकल की अपील के बावजूद आयात में भारी वृद्धि दर्ज की गई है.
जो दर्शाता है कि खराब आर्थिक स्थिति के कारण मोदी की योजनाएं जमीनी स्तर पर विफल रही हैं. India import growth
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