संयुक्त राष्ट्र में भारत ने दावा करते हुए कहा कि भारत हमेशा से ही अफगानिस्तान का मददगार रहा है. संयुक्त राष्ट्र में भारतीय राजदूत इंद्र मणि पांडे ने कहा कि अफगान लोगों के साथ हमारे विशेष संबंध है. अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम विशेष रूप से मानवाधिकार की स्थिति चिंता का विषय बनी हुई है. भारत ने पहले ही 4,000 मीट्रिक टन गेहूं और जीवन रक्षक दवाओं की आपूर्ति कर चुका है.
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में अफगानिस्तान की स्थिति पर राजदूत इंद्र मणि पांडे ने कहा कि भारत ने अफगान लोगों के लिए कोवैक्सीन की 5 लाख डोज, 13 टन आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं और सर्दियों के कपड़ों की आपूर्ति की है. इन खेपों को संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसियों, अर्थात् WHO और WFP को सौंप दिया गया था.
यूएन में भारतीय राजदूत इंद्र मणि पांडे ने अपनी बात रखते हुए आगे कहा कि अफगानिस्तान के प्रति भारत का दृष्टिकोण हमेशा अपने लोगों के साथ उसकी ऐतिहासिक मित्रता से निर्देशित रहा है. अफगान लोगों के साथ हमारे विशेष संबंध और UNSC प्रस्ताव 2593 में उल्लिखित शर्तें अफगानिस्तान के प्रति भारत के दृष्टिकोण का मार्गदर्शन करती रहेंगी.
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