सीमी पर भारत और चीन के बीच हालात ठीक नहीं चल रहे हैं. लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है और युद्ध जैसे हालात बनते जा रहे हैं. एक तरफ चीन जहां लगातार घुसपैठ की कोशिशें कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ भारतीय (Indian Army) सेना लगातार चीन की मदद कर रही है.
कुछ दिनों पहले रास्ता भटके चीनी नागरिकों को मदद करने वाली भारतीय सेना (Indian Army) ने एक बार फिर मानवीयता दिखाई. सेना ने सोमवार को लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पास भटके हुए चीनी याक और उनके बछड़ों को चीनी सेना को सौंप दिया.
सेना (Indian Army) के ईस्टर्न कमांड ने इसकी जानकारी दी. सेना के मुताबिक चीनी अधिकारियों ने इसके लिए धन्यवाद भी कहा.
सेना ने ट्वीट किया, ‘‘ह्यूमन जेस्चर के तहत, भारतीय सेना ने 7 सितंबर को 13 याक और चार बछड़ों को चीनी सेना को सौंपा. ये सभी 31 अगस्त को एलएसी पार कर अरुणाचल प्रदेश के ईस्ट कामेंग आ गए थे. चीनी अधिकारियों ने इसके लिए धन्यवाद भी दिया.’’
#IndianArmy#ArunachalPradesh
In a humane gesture, Indian Army handed over 13 Yaks and four Calves that strayed across the LAC on 31 Aug 20 in East Kameng, Arunachal Pradesh to China on 07 Sep 20.Chinese officials present thanked Indian Army for the compassionate gesture@adgpi pic.twitter.com/9MaRpUwX5r— EasternCommand_IA (@easterncomd) September 7, 2020
पहले की थी 3 चीनी नागरिकों की मदद
इससे पहले भारतीय सेना (Indian Army) ने रास्ता भटक गए 3 चीनी नागरिकों की मदद भी की थी. तीन सितंबर को सिक्किम के उत्तरी इलाके में करीब 17 हजार 500 फीट की ऊंचाई पर चीनी नागरिक रास्ता भटक गए थे. चीनी नागरिकों की जान को खतरे को देखते हुए भारतीय सेना तत्काल वहां पहुंची और उन्हें ऑक्सीजन और अन्य मेडिकल सहायता मुहैया कराई गई. ऊंचाई पर मुश्किल हालातों के लिए उन्हें खाना और गर्म कपड़े भी मुहैया कराए गए.
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तीन सितंबर को उत्तरी सिक्किम में भारतीय सेना (Indian Army) ने तीन चीनी नागरिकों की न केवल जान बचाई बल्कि उन्हें खाना, ऑक्सीजन और गर्म कपड़े देकर मदद की.
भारतीय सेना (Indian Army) ने तीन सितंबर, 2020 को 17,500 फीट की ऊंचाई पर उत्तरी सिक्किम के पठार क्षेत्र में अपना रास्ता खो चुके तीन चीनी नागरिकों की मदद की. सेना (Indian Army) ने उन्हें चिकित्सा सहायता प्रदान की. इसके अलावा उनका उचित मार्गदर्शन किया गया जिसके बाद वे अपने गंतव्य पर चले गए.
भारतीय सेना (Indian Army) ने चीनी नागरिकों को खाना, पानी, ऑक्सिजन, गर्म कपड़े और दवाइयां दीं. बाद में सेना ने उन चीनी नागरिकों को सही रास्ता दिखाकर उनके गंतव्य तक जाने में मदद की. सेना (Indian Army) की तरफ से ट्वीट करते हुए लिखा गया- मानवता सर्वोपरि.
फिर आमने-सामने आए सैनिक
उधर लद्दाख सीमा पर भारत और चीन के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. सोमवार की घटना के बाद एक बार फिर भारत और चीन की सेना के सैनिक आमने-सामने आए हैं. पैंगोंग के पास रेजांग ला में करीब 40-50 सैनिक दोनों ओर से आमने-सामने आए.
इस इलाके में भारतीय सेना के जवानों का कब्जा है, लेकिन चीनी सेना के 40-50 सैनिक इनके सामने आ गए. चीन की ओर से कोशिश की गई है कि भारतीय जवानों को हटाया जाए और उस रेजांग ला की ऊंचाई पर कब्जा कर लिया जाए. हालांकि, चीनी सेना इसमें सफल नहीं हो पाई है.
इससे पहले सोमवार की शाम को चीन की ओर से लद्दाख सीमा में घुसपैठ की कोशिश की गई थी, जब भारतीय जवानों ने उन्हें रोका तो PLA के जवानों ने फायरिंग की. हवाई फायरिंग कर भारतीय सेना को डराने की कोशिश की गई, लेकिन भारतीय सेना के जवानों ने संयम बरता और चीनी सैनिकों को वापस भेज दिया.