कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारत की तैयारियों की विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) सहित कई देशों ने तारीफ की है. अब इस कड़ी में स्विट्जरलैंड भी जुड़ गया है जहां स्विस आलप्स के मैटरहॉर्न पर्वत को रोशनी की मदद से तिरंगे से रोशन किया गया. भारत के लिए इस सम्मान की वजह यह भी है कि संकट की घड़ी में भारत ने एशिया हो या अफ्रीका, यूरोप या अमेरिका हर देश की मदद की है.
14,690 फुट ऊंचे पर्वत को तिरंगे के रंग से रोशन करने का काम स्विट्जरलैंड के लाइट आर्टिस्ट गैरी हॉपस्टेटर ने किया है. भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी और विश्व व्यापार संगठन में भारत की सेकंड सेक्रटरी गुरलीन कौर ने ट्वीट किया, ‘ स्विट्जरलैंड ने दिखाया है कि वह कोविड19 से लड़ने में भारत के साथ खड़ा है. प्रति हिमालस से आल्पस तक दोस्ती. जरमैट टूरिजम आपका आभार.’
उधर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिरंगे के रंग से नहाए पर्वत की तस्वीर खुद रीट्वीट की है और कहा कि दुनिया कोविड19 के खिलाफ एकजुट होकर लड़ रही है. महामारी पर निश्चित रूप से मानवता की जीत होगी.’
The world is fighting COVID-19 together.
Humanity will surely overcome this pandemic. https://t.co/7Kgwp1TU6A
— Narendra Modi (@narendramodi) April 18, 2020
मालूम हो कि इटली-स्विट्जरलैंड की सीमा पर मौजूद इस पर्वत के जरिये गैरी पहले भी ‘स्टे होम’ का संदेश दे चुके हैं. स्विट्जरलैंड में 19 अप्रैल को लॉकडाउन समाप्त हो रहा है. गैरी का लक्ष्य इस अवधि तक देश की इमारतों, स्मारकों और पर्वत के जरिये लोगों को कोरोना से लड़ने का संदेश देना है. इसी के तहत उन्होंने तिरंगे को पर्वत पर जगह दी.