सूरत: गुजरात में कोरोना वायरस का कहर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में अहमदाबाद का नाम सबसे पहले आता है. लेकिन सूरत में कोरोना का कहर बीते कुछ दिनों से लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इसीलिए सूरत सीविल अस्पताल में 13 हजार किलोलीटर ऑक्सीजन टैंक लगाया गया है.
सूरत में कोरोना रोगियों की बढ़ती संख्या पर लगाम लगाने में ऑक्सीजन की सख्त जरूरत होती है. इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती मरीजों को ऑक्सीजन के सपोर्ट पर रखा जाता है. इसे ध्यान में रखते हुए ऑक्सीजन टैंक का निर्माण किया गया है.
वडोदरा के आईनॉक्स एयर प्रोडक्ट्स प्रा. लिमिटेड द्वारा निर्मित इस ऑक्सीजन टैंक को सूरत सिविल अस्पताल के नर्सिंग कॉलेज के पीछे स्थापित किया गया है. जब टैंक में मौजूद ऑक्सीजन आरक्षित स्तर पर पहुंच जाएगा तो तब टैंक में लगे डिजिटल सिस्टम की वजह से कंपनी को मैसेज पहुंच जाएगा. मैसेज मिलने के बाद कंपनी फौरन रीफिलिंग किया जाएगा.
सूरत सिविल अस्पताल में इलाज करा रहे 260 मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत है. एक मरीज को 12 लीटर ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है.
कोरोना से निपटने के लिए सिविल अस्पताल में आने वाले दिनों में 2200 बेड तैयार होने वाले हैं. इसलिए यह टैंक मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बनाया गया है. रोगियों की बढ़ती संख्या के बावजूद भी इस टैंक से एक सप्ताह तक ऑक्सीजन मिल सकेगा. सूरत के सिविल अस्पताल में प्रति दिन ऑक्सीजन के 30 से 40 सिलेंडरों का इस्तेमाल होता है.
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