नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश भर में जारी प्रदर्शन के बाद कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन भी देखने को मिला जिसकी वजह से प्रशासन ने देश के कई राज्यों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद करने का फरमान जारी किया. ऐसी भी जानकारी सामने आ रही है कि जितने भी विरोध प्रदर्शन हुए हैं उसमें सोशल मीडिया ने अपना अहम किरदार अदा किया है कई जगहों पर इसका सकारात्मक इस्तेमाल किया गया कई जगहों पर इसका प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल नफरत और अफवाह को फैलाने के लिए किया. इन तमाम बातों को मद्दनेजर रखते हुए गुजरात कैडर के IPS विजय वर्धन ने सोशल मीडिया को छोड़ने का मन बना लिया है.
फेसबुक डाली पोस्ट
“इन दिनों व्हाट्सएप पर मुझे हिन्दू-मुस्लिम, हम-तुम, भारत-पाकिस्तान, अपने-गैर, कश्मीर-बंगाल, हिंसा, नफरत एवं घृणा के मैसेज ही देखने को मिलते हैं. ऐसे में मैंने सोशल मीडिया से अलविदा लेने का मन बना लिया है. क्योंकि अब मेरा मानना है कि सोशल मीडिया में कुछ सोशल बचा ही नहीं है. सोशल मीडिया से अलविदा लेने के बाद मैं अपने असली जीवन को खोजता हूं, क्योंकि अब सोशल मीडिया पर सकारत्मकता और प्रेम अब बचा ही नहीं. उन्होंने अंत में लिखा- जय हिंद, भारत अपना ख्याल रखना.” हालांकि विजय वर्धन ने अपने पोस्ट में नागरिकता संशोधन कानून के बारे में कुछ नहीं लिखा है.
पूरी सोशल मीडिया हिन्दू-मुस्लिम, हम-तुम, भारत-पाकिस्तान, अपने-गैर, कश्मीर-बंगाल, हिंसा, नफ़रत एवं घृणा इत्यादि से भरा पड़ा…
Vijay Wardhan Sarswat यांनी वर पोस्ट केले शुक्रवार, २० डिसेंबर, २०१९
इन दिनों पूरे देश में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. आज ही अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है जिसने फेसबुक पर यूपी का वीडियो अपलोड कर शाह आलम इलाके में होने वाली हिंसक प्रदर्शन के साथ जोड़ने की कोशिश की. इसीलिए पुलिस भी सोशल मीडिया के अफवाहों से बचने की अपील कर रही है.