अहमदाबाद के एसजी हाइवे पर मौजूद गुजरात हाईकोर्ट से लेकर मकरबा भास्कर हाउस के बीच के साथ ही साथ लॉ गार्डन और पालडी जैसे विकसित इलाकों में भीख मांगने का हाई प्रोफाइल ऑर्गेनाइज नेटवर्क चलने की जानकारी गुजरात एक्सक्लूसिव के हाथों लगी है. इस नेटवर्क के साथ स्वामी नित्यानंद और उसके साथ जुड़े अहमदाबाद के एनजीओ का सीधा संबंध होने की जानकारी प्राप्त हो रही है.
अहमदाबाद के जो शिक्षित और विकसित इलाके हैं उनमें आपको बड़े ही आसानी से स्कर्ट और हाफ शर्ट के साथ एक खास तरीके के ड्रेस में 8 से 15 साल के लड़के और लड़कियां सहायता के नाम पर भीख मांगते हुए नजर आ जाएंगे. गुजरात एक्सक्लूसिव के हाथों लगी जानकारी के अनुसार भीख मांगने वाले इन तमाम बच्चों का संबंध नित्यानंद और उनके सहयोगी एनजीओं के साथ होता है.
किस तरीके से चलता है ये हाई प्रोफाइल भिखारियों का नेटवर्क
शहर के शिक्षित और विकसित विस्तार अथवा तो मॉल रेस्टोरेंट, सिनेमा हॉल, पान की दुकान, चाय की केटली पर आते जाते आपको एक्सक्यूज मी सर की आवाज आपके कानों में पड़ेगी जब आप देखेंगे तो एक 8 से 15 वर्ष की लड़की अथवा तो लड़का दिखाई देगा. लड़का पैंट और हाफ लाइनिंग वाले शर्ट में होगा, और लड़की स्कर्ट और हाफ शर्ट में होगी. इन बच्चों के बाल अच्छे से सजे होंगे जिसे देखकर आपको लगेगा कि ये बच्चे किसी अच्छे और व्यवस्थित बेक ग्राउंड से ताल्लुक रखते हैं. इन बच्चों के हाथ में एक सफेद लेमीलेशन किया हुआ कागज मौजूद होगा. उस पेपर में एनजीओ की मदद को लेकर लिखा होगा. इतना ही नहीं ये लोग आपसे भीख नहीं बल्कि मदद की मांग कर रहे हो इस तरीके की सभ्यता के साथ बात करते हुए नजर आएंगे. मदद के नाम पर भीख मांगने वाले ये बच्चे आपसे बड़े ही अच्छे तरीके से अंग्रेजी में बात करते हुए कहेंगे, “Sir we come from xyz NGO, we need your help for other small children living with us, please help us ” जैसी लाइन इतने सधे हुए अंदाज में कहेगा कि आपका दिल पिघलने को मजबूर हो जाएगा.
मासूम बच्चे इस सधे हुए अंदाज में आपसे मदद के नाम पर भीख मागेंगे की कोई भी दयालू और संवेदनशील आदमी का दिल पिघल जाएगा. इन बच्चों के दूसरे हाथ में मौजूद नोटबुक में आप खुद 50-100 और पांच सौ रुपया मदद के नाम पर लिखकर उनके हवाले कर देंगे.
इस हाई प्रोफाइल भीख मांगने के नेटवर्क का दोरी-संचार नित्यानंद के साथ अहमदाबाद से जुड़े एनजीओ के लोगों के साथ हैं. ऐसी जानकारी गुजरात एक्सक्लूसिव के हाथों लगी है. 8 साल से 15 साल की लड़की और लड़कियां नारोल से लेकर हाथीजण के इलाके में अलग-अलग जगह पर नित्यानंद के आश्रम और उसके साथ जुड़े एनजीओ में रखा जाता है.अगर इस दिशा में पुलिस जांच करे तो ह्युमन ट्राफिकिंग और एनजीओ के नाम पर चलने वाला काला धंधे का एक बहुत ही विकृत स्वरुप बाहर आ सकता है और शहर में मंजुला पूजा श्रॉफ और अमिताभ शाह जैसे सफेद पेश लोगो की कलई खुल सकती है.
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