गांधीनगर: बिन सचिवालय परीक्षा में होने वाली गड़बड़ी के खिलाफ उम्मीदवार गांधीनगर अपनी मांगों को लेकर पहुंच थे. छात्र अपनी मांग को लेकर हंगामा करें इससे पहले पुलिस ने इन छात्रों को हिरासत में ले लिया. गुजरात में छात्रों के साथ होने वाली नाइंसाफी फिलहाल ट्वीटर पर ट्रेंड कर रही है. छात्रों के लिए गुजरात एक्सक्लूसिल भी #SaveGujaratstudent चलाया गया था, इस हैशटैग का छात्र उपयोग कर अपनी आवाज उठा रहे हैं. गुजरात के अलग-अलग हिस्से से गांधीनगर पहुंचने वाले छात्रों के साथ पुलिस आतंकवादियों जैसा रवैया अख्तियार करती हुई नजर आई. जहां छात्रों को बंधक बनाकर पुलिस मुख्यालय ले जाया गया. वहीं छात्रों की आवाज को दबाने के लिए लाठीचार्ज भी किया गया. इसीलिए सवाल उठता है कि क्या रुपानी सरकार अपनी विफलता को छिपाने के लिए छात्रों के संवैधानिक अधिकार की हत्या कर रही है.
गांधीनगर में बिन सचिवालय परीक्षा में होने वाली गड़बड़ी के बाद परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर उम्मीदवार हजारों की तादाद में गांधीनगर पहुंचे थे. राज्य की रुपाणी सरकार अपनी विफलता को छिपाने के लिए छात्रों को रोका. इतना ही नहीं छात्र जब यहीं नहीं रुके तो छात्रों पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज भी किया. गांधीनगर गैण सेवा पसंदगी मंडल की ढीली नीति के खिलाफ राज्य भर के छात्रों में नाराजगी दिखी. हजारों छात्र का भविष्य अंधकार में है ऐसे में छात्रों ने जमकर गुजरात सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, अपनी मांगों को लेकर हंगामा करते हुए छात्रों ने कहा “सरकार से जवाब लेना हमारा अधिकार है .जब तक कोई फैसला नहीं होता तब तक आंदोलन जारी रहेगा”.
गुजरात की राजधानी गांधीनगर में छात्रों पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ अब धीरे-धीरे पूरे गुजरात के छात्रों में नाराजगी का माहौल दिखाई दे रहा है. सौराष्ट्र और उत्तर गुजरात के कई इलाकों में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया.
क्या है संविधान में मिलने वाला राइट टू प्रोटेस्ट अधिकार?
संविधान सभी को स्वतंत्रता का अधिकार देता है. भारत के नागरिकों को 6 संवैधानिक अधिकार के लिए स्वतंत्रता की गारंटी देता है 1 बोलने और अभिव्यक्ति की आजादी 2 विधानसभा की स्वतंत्रता 3 एसोसिएशन को बनाने की आजादी,4 आंदोलन की आजादी, 5 रहने-बसने की स्वतंत्रता, 6 व्यसाय,व्यापार की स्वतंत्रता.
जे एन यू के बाद गुजरात में छात्रों के आवाज को दबाने की कोशिश
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि को लेकर छात्रों ने जहां संसद को घेरने की कोशिश की वहीं आज गुजरात की राजधानी में मौजूद कर्मयोगी भवन को घेरने की कोशिश की लेकिन कर्मयोगी भवन पहुंचने से पहले पुलिस ने इन छात्रों को हिरासत में ले लिया.