पूरी दुनिया कोरोना के कहर से त्रास्त है. अमेरिका से लेकर इजरायल तक इस महामारी की चपेट में है. संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कई देशों में सोशल डिस्टेंसिंग को अनिवार्य बनाया गया है. इस बीच इजरायल से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो सोशल डिस्टेंसिंग का अनुशरण नहीं करने वालों के लिए सीख साबित हो सकती है.
इजरायल के तेल अविव के रॉबिन स्कॉयर में रविवार को 2000 से ज्यादा इजरायली प्रदर्शनकारी एकत्रित हुए. ये प्रदर्शन इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सरकार के खिलाफ था लेकिन इस दौरान सभी प्रदशर्नकारियों एक-दूसरे से 6 फीट की दूरी पर अलग-अलग खड़े थे.
मार्च में शुरू हुआ “ब्लैक फ्लैग” प्रदर्शन सरकार के कोरोना वायरस की उन कड़े नीतियों के खिलाफ है जिसमें नागरिकों के फोन ट्रैकिंग शामिल हैं. प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने जमीन पर उन स्थानों को चिह्नित किया जहां प्रदर्शनकारी खड़े हो सकते थे. इस दौरान सबने मास्क भी लगा रखे थे.
मालूम हो कि इजराइल में 13,491 कोरोना वायरस के मामले हैं. वहीं वायरस के कारण अब तक 172 लोगों की मृत्यु हो गई है. उधर इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 19 गलत टेस्ट के कारण कोरोनोवायरस परीक्षण प्रयोगशाला को बंद करने की घोषणा की है. सिन्हुआ समाचार एजेंसी के मुताबिक, मध्य इज़राइल में वेइज़मैन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (WIS) में स्थित प्रयोगशाला, 10 अप्रैल को संचालित होना शुरू हुई थी. 17 अप्रैल , दक्षिणी इज़राइल के Assuta अस्पताल ने कहा कि नौ मरीज, जिन्हें WIS लैब में पॉजिटिव पाए जाने के बाद COVID-19 वार्ड में भर्ती किया गया था, वह असल में स्वस्थ थे.
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