कोरोना संकट काल में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा पर भी ग्रहण लग गया है. अहमदाबाद से निकलने वाली रथयात्रा पर जहां गुजरात हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है. वहीं दूसरी तरफ पूरी जगन्नाथ यात्रा पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है. इस बीच ओडिसा के रहने वाले एक मुस्लिम छात्र ने यात्रा पर रोक लगाने के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की है.
पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि कोरोना काल में अगर हम रथयात्रा निकालने की इजाजत देतें हैं तो हमें भगवान में भी माफ नहीं करेंगें. इस रथयात्रा से कोरोना के संक्रमण का बढ़ने का खतरा है इसलिए रोक लगाई जा रही है.
बीए इकोनॉमिक्स के अंतिम वर्ष के छात्र आफताब हुसैन ने फैसले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल की है उनका कहना है कि मुस्लिम होने के बाद भी उनके पिता भगवान के भक्त हैं. इतना ही उन्होंने अपनी याचिका में कहा है कि पुरी शहर को पूरी तरह से बंद कर मंदिर के पुजारी और सेवकों की तरफ से ही रथयात्रा निकाली जा सकती है और इस तरह रथ यात्रा की परंपरा टूटने से बचाई जा सकती है.
आफताब के अलावा सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को लेकर 21 अन्य पुनर्विचार याचिका कोर्ट में दाखिल की गई है जिसपर आज सुनवाई होगी.
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