जनता दल यूनाइटेड ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन किया. नागरिकता संशोधन बिल 2019 पर केंद्र सरकार को समर्थन के बाद जेडीयू में नाराजगी खुलकर सामने आ गई है. पार्टी के उपाध्यक्ष और चुनाव सलाहकार प्रशांत किशोर ने अपनी ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फैसले पर दुख व्यक्त किया है.
प्रशांत किशोर ने ट्विटर पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, ‘नागरिकता संशोधन बिल पर जेडीयू के समर्थन से दुखी हूं. यह बिल धर्म के आधार पर नागरिकता प्रदान करने वाला है जो भेदभाव पूर्ण है’.
Disappointed to see JDU supporting #CAB that discriminates right of citizenship on the basis of religion.
It’s incongruous with the party’s constitution that carries the word secular thrice on the very first page and the leadership that is supposedly guided by Gandhian ideals.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 9, 2019
प्रशांत किशोर ने आगे अपनी ही पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि जदयू के द्वारा नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन पार्टी के संविधान से मेल नहीं खाता है, जहां पर पहले ही पन्ने पर धर्मनिरपेक्षता शब्द तीन बार लिखा हुआ है.
प्रशांत किशोर ने इशारों-इशारों में नीतीश कुमार पर आगे भी हमला बोला और लिखा कि नागरिकता संशोधन बिल पर पार्टी का समर्थन पार्टी के नेतृत्व के विचारधारा से मेल नहीं खाता है, जो कि महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित है.
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन बिल पर जेडीयू पहले सरकार को समर्थन करने के मूड में नहीं था, लेकिन रविवार को पार्टी ने अपने फैसले पर यू-टर्न लिया और इस बिल पर सरकार का समर्थन करने का फैसला लिया