सूरत: गुजरात सरकार ने सूदखोरों पर नकेल कसने के लिए सख्त कानून बनाया है. लेकिन सूदखोरों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले कुछ समय से सूरत में आत्महत्या करने वालों की संख्या बढ़ी है, आत्महत्या के ज्यादातर मामलों में पीड़ित को प्रताड़ित किया जा रहा है. सूरत में सूदखोरों के प्रताड़ना के चलते एक बार फिर एक ज्वैलरी कारोबारी ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली है.
मिली जानकारी के अनुसार सूरत के वराछा इलाके में एक सोने के व्यापारी ने अपनी दुकान में ही जहरीली दवा पीकर खुदकुशी कर ली है. वराछा में मौजूद कृष्णा ज्वैलर्स के मालिक ने तालाबंदी के दौरान सूदखोरों से 2 करोड़ रुपये उधार लिए थे. उसके बाद सूदखोर मालिक से पैसा वापस लेने के लिए लगातार दबाव डाल रहे थे. इस पठानी उगाही से परेशान होकर व्यापारी ने आत्महत्या कर ली.
व्यापारी के आत्महत्या की जानकारी मिलने पर पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई. फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
गौरतलब है कि गुजरात में सूदखोरी के आतंक को खत्म करने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया था. राज्य में पिछले दिनों लागू होने वाले गुंडा एक्ट में सूदखोरी के मामले को शामिल कर लिया गया है. इसलिए अब सूदखोरी की गैरकानूनी गतिविधि में शामिल लोगों को भी इस कानून के तहत जेल में डाला जा सकता है. सख्त कानून बनने के बावजूद भी सूदखोरों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. हर दिन कोई न कोई इनकी जाल में फंसकर आत्महत्या कर रहा है.
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