अमेरिकी मीडिया के मुताबिक जो बाइडेन (Joe Biden) यूएस प्रेसिडेंट 2020 (US President) का चुनाव जीत गए हैं और वह अमेरिका के अगले राष्ट्रपति होंगे. बाइडेन (Joe Biden) अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति होंगे. तमाम मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, बाइडेन को 273 वोट मिले हैं. वहीं, डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के पक्ष में 214 इलेक्टोरल वोट गए. डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडेन का व्हाइट हाउस तक का सफर अब मुकाम पर पहुंच चुका है.
वहीं भारतीय मूल की कमला हैरिस दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोकतंत्र में उप राष्ट्रपति बनने जा रही हैं. इसे लेकर भारत में भी उत्साह है. उप राष्ट्रपति बनने जा रहीं कमला हैरिस ने ट्वीट करके कहा है कि ये जीत अमेरिका की आत्मा और उसके लिए लड़ने की हमारी इच्छा को लेकर है. हमें आगे बहुत काम है. आएं शुरू करें.
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बाइडेन ने जताया आभार
बाइडेन (Joe Biden) ने ट्वीट करके जनता का आभार जताया है. उन्होंने कहा कि आपने मुझे देश का नेतृत्व करने के लिए चुना है. हमारे आगे का काम कठिन होगा, लेकिन मैं आपसे वादा करता हूं कि मैं सभी अमेरिकियों के लिए राष्ट्रपति बनूंगा, चाहे आपने मुझे वोट दिया हो या नहीं. आप ने मुझ पर जो विश्वास जताया है, मैं उस पर खरा साबित रहूंगा.
This election is about so much more than @JoeBiden or me. It’s about the soul of America and our willingness to fight for it. We have a lot of work ahead of us. Let’s get started.pic.twitter.com/Bb9JZpggLN
— Kamala Harris (@KamalaHarris) November 7, 2020
America, I’m honored that you have chosen me to lead our great country.
The work ahead of us will be hard, but I promise you this: I will be a President for all Americans — whether you voted for me or not.
I will keep the faith that you have placed in me. pic.twitter.com/moA9qhmjn8
— Joe Biden (@JoeBiden) November 7, 2020
78 साल की उम्र में लेंगे शपथ
20 नवंबर 1942 को जन्मे बाइडेन (Joe Biden) 78 वर्ष की उम्र में राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. वह अमेरिका के इतिहास के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति होंगे. 6 बार सीनेटर रह चुके बाइडेन पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में 2008 से 2016 तक दो बार उपराष्ट्रपति भी रहे हैं. इस चुनाव में भी ओबामा ने उन्हें काफी समर्थन दिया है. बाइडेन 1988 और 2008 में राष्ट्रपति पद की रेस में शामिल हुए थे हालांकि तब उन्हें नाकामी हाथ लगी थी.