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गांधीनगर: 150 कॉलेज के हजारों छात्रों को CCL ने सिखाया Joy of Engineering का पाठ

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गांधीनगर: हाल ही में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गांधीनगर (IITGN) में सेंटर फॉर क्रिएटिव लर्निंग (CCL) ने एपीजे अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (केरल टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी) से संबद्ध करीब 150 इंजीनियरिंग कॉलेजों के प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए “द जॉय ऑफ इंजीनियरिंग” (Joy of Engineering) पर दो ऑनलाइन सत्र आयोजित किए.

30 नवंबर और 2 दिसंबर 2020 को आयोजित 1.5 घंटे के दो सत्र विश्वविद्यालय के फ्रेश इंजीनियरिंग बैच के प्रेरण प्रशिक्षण का हिस्सा थे.

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इन सत्रों (Joy of Engineering) का उद्देश्य छात्रों को इंजीनियरिंग के बारे में प्रेरित करना था, जिसमें एल्गोरिथमिक और क्रिटिकल थिंकिंग, प्रोब्लेम सॉल्विंग और इंजीनियरिंग शिक्षा के लिए एक कौतूहलपूर्ण दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित किया गया था.

इन विषयों पर की गई चर्चा

सत्र (Joy of Engineering) के दौरान CCL टीम द्वारा जिन विषयों पर चर्चा की गई, उनमें स्क्रैच से एक एनिग्मा मशीन को शुरू से समझना और उसका पुन: निर्माण, कम्प्यूटेशनल रूप से पटरियों को देखकर ही साइकिल की दिशा का पता लगाना, मशीन की वास्तविक परिभाषा, सिलेंडर और सर्कल की तुलना करना, आर्किमिडीज़ की बात, कॉम्बिनेटरिक्स और कुछ अन्य दिलचस्प प्रवृत्तियां शामिल रहीं.

70 हजार बार देखे जा चुके हैं सत्र

सत्रों (Joy of Engineering) को अब तक 70 हजार से अधिक बार ऑनलाइन देखा गया है और अभी भी सराहना करते हुए लोगों द्वारा लगातार इसे देखा जा रहा है. इन सत्रों पर अपने विचार साझा करते हुए, IITGN के एसोसिएट टीचिंग प्रोफेसर प्रोफेसर मनीष जैन ने कहा, “केरल राज्य के 65,000 छात्रों के साथ बातचीत करना एक शानदार अनुभव था. ऑनलाइन शिक्षा ने देश भर के छात्रों और प्रोफेसरों के साथ जुड़ने का यह अनूठा अवसर प्रदान किया है. इन तीन घंटों में हमने यह साझा करने की कोशिश की कि इंजीनियरिंग क्या हो सकती है? उम्मीद है हम अपने भविष्य के इंजीनियरों के मन और दिलों को प्रज्वलित करने में सक्षम होंगे जो देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे.” इतना ही नहीं सीसीएल द्वारा सत्र में भाग लेने वाले छात्रों से बहुत उत्साहजनक प्रतिक्रियाएं मिलीं.

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