अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तालिबान के घुसने से पिछले एक हफ्ते से अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है. काबुल हवाईअड्डे पर अफगानिस्तान के लोग जिस यातना से गुजर रहे हैं, उसके लिए इतिहास तालिबान को कभी माफ नहीं करेगा. काबुल एयरपोर्ट के चारों तरफ निराशा का माहौल छाया हुआ है. इतना ही नहीं हर गुजरते दिन के साथ अफगानिस्तान के हालात भी खराब होते जा रहे हैं.
लोग भूख-प्यास की तपिश में अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. हालाँकि अब लोग अपना धैर्य खोने लगे हैं. इस बीच 10 सेकेंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें अफगानों पर होने वाला अत्याचार दिखाया जा रहा है. काबुल हवाईअड्डे के बाहर पानी पीती एक युवती का वीडियो तालिबान के अत्याचार की नई परिभाषा को बयान कर रहा है. काबुल हवाईअड्डे के बाहर भगदड़ में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि काबुल एयरपोर्ट के बाहर लोग क्यों बेहोश हो रहे हैं? विदेशी सैनिक काबुल एयरपोर्ट से पानी क्यों फेंक रहे हैं?
इन सवालों का जवाब है पानी, जिसकी कीमत काबुल में आसमान छू रही है. काबुल एयरपोर्ट के बाहर पानी की एक बोतल 40 डोलर यानी करीब 3,000 रुपये में बिक रही है. जबकि एक प्लेट पुलाव की कीमत 100 डोलर यानी 7,500 रुपये में बिक रहा है. महत्वपूर्ण बात यह है कि पानी की एक बोतल या खाने की थाली खरीदने के लिए अफगानी रुपया नहीं बल्कि डोलर लिया जा रहा है.
खाने-पीने की इतनी ऊंची कीमतों ने लोगों को भूखे-प्यासे धूप में खड़े रहने को मजबूर कर दिया है. तालिबान इन लोगों की मदद करने के बजाय इन लोगों के साथ मारपीट कर रहे हैं. फिलहाल अफगानिस्तान में नाटो के सैनिक मददगार बनकर उभर रहे हैं. वह एयरपोर्ट पर अस्थाई घर बना रहे हैं और वहां रहने वाले लोगों को खाना-पानी मुहैया करा रहे हैं. इसके अलावा, अमेरिकी सैनिकों को अफगानिस्तान में छोटे बच्चों को चिप्स के पैकेट सौंपते हुए देखा गया है.
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