राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट की घोषणा होते ही अलग-अलग लोगों की अलग-अलग मांगें सामने आने लगी हैं. केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार होने की वजह से बीजेपी से जुड़े या पार्टी से क़रीबी लोग अब खुलकर अपनी मांगें सरकार के सामने रखने लगे हैं.
बाबरी के विवादित ढांचे के गिरने की नैतिक जिम्मेदारी लेने वाले पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने 15 सदस्यीय ट्रस्ट में एक ओबीसी को भी शामिल करने की मांग की है. वहीं, दूसरी तरफ राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि उनके रहते किसी को अध्यक्ष बनाने की ज़रूरत ही नहीं है. विश्व हिंदू परिषद के साथ साथ बीजेपी के पूर्व सांसद और राम जन्मभूमि आंदोलनकारी रहे राम विलास वेदांती ने महंत नृत्य गोपाल दास को ट्रस्ट के अध्यक्ष बनाने की मांग की. इसके अलावा बाबरी मस्जिद एक्शन कमिटी के ज़फरयाब जिलानी और एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार की ट्रस्ट की घोषणा को दिल्ली चुनाव से जोड़ते हुए घोषणा की टाइमिंग पर सवाल खड़ा किया है.
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने कहा कि सरकार ट्रस्ट में एक दलित के साथ किसी ओबीसी को भी शामिल करे. उन्होंने कहा कि ओबीसी की संख्या सबसे ज़्यादा है, ऐसे में मंदिर ट्रस्ट में कम से कम एक ओबीसी को भी शामिल किया जाना चाहिए. कल्याण सिंह ने कहा कि वो ख़ुद ट्रस्ट का हिस्सा नहीं बनना चाहते लेकिन उनकी तरफ से एक ओबीसी को ज़रूर लिया जाए. उन्होंने नृत्य गोपाल दास को भी अध्यक्ष पद के लिए सही व्यक्ति बताया है.
राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा है कि राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष के नाम की घोषणा की ज़रूरत नहीं क्योंकि अध्यक्ष वही बनेंगे. महंत नृत्य गोपाल दास ने घोषणा पर खुशी ज़ाहिर करते हुए कहा कि पीएम मोदी और सीएम योगी इसके लिए सम्मान के पात्र हैं. उन्होंने कहा कि वो चाहते हैं कि राम नवमी में शिलान्यास हो. नृत्य गोपाल दास ने कहा कि मुसलमानों को सोहावल में ज़मीन दिया जाना अच्छा फ़ैसला है. उन्होंने कहा कि ओवैसी के बयान के कोई मायने नहीं हैं.