जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने मोदी सरकार पिछले दिनों हमला बोलते हुए कहा था कि ‘राष्ट्रवादी’ सरकार पब्लिक सेक्टर को चवन्नी-अठन्नी में बेच देगी. ऐसे में अब उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से राज्यसभा में पास हुए नागरिकता संशोधन बिल पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने इस बार लोगों को समझाने के लिए एक किस्से का सहारा लिया. कन्हैया ने एक भूखे बच्चे की कहानी को नागरिकता बिल से जोड़ते हुए मोदी सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ”एक बच्चा भूख के मारे रो रहा था और अपने पापा से खाना मांग रहा था. पापा ने उसे अल्मारी के ऊपर बिठा दिया. अब बच्चा भूख भूलकर अल्मारी से नीचे उतरने के लिए रोने लगा. खेल को समझिए. आपके बच्चों को शिक्षा-रोजगार चाहिए. ये लोग आप सबको अपनी नागरिकता सिद्ध करने के जाल में उलझा देना चाहते है.”
एक बच्चा भूख के मारे रो रहा था और अपने पापा से खाना माँग रहा था।पापा ने उसे अल्मारी के ऊपर बिठा दिया।अब बच्चा भूख भूलकर अल्मारी से नीचे उतरने के लिए रोने लगा
खेल को समझिए।आपके बच्चों को शिक्षा-रोजगार चाहिए।ये लोग आप सबको अपनी नागरिकता सिद्ध करने के जाल में उलझा देना चाहते है
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) December 11, 2019
इतना ही नहीं उन्होंने एक दूसरा ट्वीट करते हुए कहा कि ‘पिछले 5 साल आधार कार्ड को पैन कार्ड से लिंक करवाने में निकाल दिए. ये 5 साल ‘दादाजी के दादाजी का बर्थ सर्टिफिकेट’ बनवाने में निकाल देंगे. इस बीच ‘राष्ट्रवादी’ सरकार पब्लिक सेक्टर को चवन्नी-अठन्नी में बेचकर ट्रेन टिकट से लेकर कॉलेज की डिग्री तक सब कुछ गरीबों की पहुंच से बाहर कर देगी.
पिछले 5 साल आधार कार्ड को पैन कार्ड से लिंक करवाने में निकाल दिए,ये 5 साल ‘दादाजी के दादाजी का बर्थ सर्टिफ़िकेट’ बनवाने में निकाल देंगे।इस बीच ‘राष्ट्रवादी’सरकार पब्लिक सेक्टर को चवन्नी-अठन्नी में बेचकर ट्रेन टिकट से लेकर कॉलेज की डिग्री तक सब कुछ ग़रीबों की पहुँच से बाहर कर देगी
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) December 11, 2019
गौरतलब हो जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय नारेबाजी के बाद चर्चा में आने वाले कन्हैया अक्सर देश की हालात पर अपने विचार रखते रहे हैं. उन्हें मोदी का धुर विरोधी भी माना जा रहा है. पिछले लोकसभा इलेक्शन में वह चुनावी मैदान में उतरे थे लेकिन उन्हे कामयाबी हासिल नहीं हो पाई थी.