हैदराबाद डॉक्टर रेप-हत्याकांड मामले के आरोपियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग को लेकर सड़क से संसद तक आवाज बुलंद की गई थी. संसद में सपा सांसद जया बच्चन ने कहा था कि ऐसे लोगों को भीड़ के हाथों सौंप देना चाहिए था. वहीं रास्ता पर आंदोलन करने वाले लोग ऐसे आरोपियों को जल्द से जल्द सजा की मांग कर रहे थे. हैदराबाद के लोग आज सो रहे थे उसी दौरान पुलिस ने एक ऐसी वारदात को अंजाम दिया जिसकी तारीफ तो हो ही रही है, लेकिन कुछ लोग सवाल भी कर रहे हैं.
पूरे मामले को लेकर देश दो तबके में बंट गया है जहां कुछ लोग तेलंगाना पुलिस की इस बर्बर कार्रवाई का समर्थन कर रहे वहीं कुछ लोग संवैधानिक प्रक्रिया और पॉपुलर पॉलिटिक्स से बढ़ती भीड़ तंत्र की न्याय व्यवस्था पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं. जश्न मना रहे लोगों का मानना है कि जब संवैधानिक प्रक्रिया जरुरत से ज्यादा धीरे चल रही हो और कोई नराधम ऐसे कुकृत्य को अंजाम दे तो उसके साथ न्याय का यही रास्ता अपनाना चाहिए और पीड़ित को त्वरित न्याय दिलाने का यही विकल्प है.
जबकि तेलंगाना पुलिस ने जिस तरह से चारों आरोपियों का एनकाउंटर किया है उससे संवैधानिक प्रक्रिया को रौंद कर रख दिया गया है. जिसको लेकर समाज का एक तबका चिंतित है एंव भीड़ और सड़क पर बढ़ते कथित न्याय व्यवस्था से चिंतित है. उनका मानना है कि आरोपियों के साथ यदि सड़क पर बर्बर कार्रवाई का समर्थन सिस्टम को हासिल होगा तो संवैधानिक व्यवस्था चरमरा जाएगी ऐसे में लोक तांत्रिक मुल्यों के विफल होने की पूरी संभावना जताई जा रही है.