मोदी सरकार द्वारा लागू कृषि कानून के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. मोदी सरकार के साथ कई दौर की बातचीत और सुप्रीम कोर्ट के दखल के बावजूद किसानों का आंदोलन 25 वें दिन में प्रवेश कर चुका है.
विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर इस कानून को लेकर हमले कर रही हैं और इस बिल को किसान विरोधी तथा कॉरपोरेट घरानों के फायदे वाला बता रही है. Kisan Press Conference
किसान नेताओं ने किया प्रेस कॉन्फ्रेंस Kisan Press Conference
किसान नेताओं ने विरोध प्रदर्शन के 25 वें दिन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर बड़ा ऐलान किया. किसानों ने कहा कि 21 दिसंबर से 24 घंटे हंगर स्ट्राइक शुरू की जाएगी. Kisan Press Conference
किसान नेताओं ने कहा कि किसान भाई जहां भी कृषि कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वहां से ही रिले हंगर स्ट्राइक में शामिल हो.
इतना ही नहीं किसानों 23 दिसंबर को किसान दिवस के मौके पर देशवासियों से एक समय का खाना त्यागने की भी अपील की.
देशवासियों से एक वक्त खाना त्यागने की किसानों ने की अपील Kisan Press Conference
कृषि कानून का विरोध करने वाले किसानों ने सिंघु बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया. जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत, दर्शनपाल, रलधु सिंह, सरजीत सिंह फूल सहित कई किसान नेताओं ने संबोधित किया.
इस मौके पर किसान नेता राकेश टिकैत ने भाजपा पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा के नेता ओछी हरकत कर रहे हैं. किसानों के आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.
इस बीच जानकारी सामने आ रही है कि किसान यूनियन के नेताओं ने पीएम मोदी और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को एक पत्र लिखकर साफ किया है कि किसानों के आंदोलन के पीछे किसी भी सियासी पार्टी का कोई रिश्ता नहीं है. Kisan Press Conference
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने कल को पीएम मोदी और तोमर को खत लिखकर कहा कि सरकार गलत दिशा में सोच रही है कि इस आंदोलन के पीछ विपक्ष का हाथ है.
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