- कृषि बिल के बाद पास हुआ श्रम विधेयक
- श्रम विधेयक पर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
- कहा- किसानों के बाद मज़दूरों पर वार गरीबों का शोषण, ‘मित्रों’ का पोषण
लोकसभा के बाद नया श्रम विधेयक बुधवार को राज्यसभा में भी पारित हो गया. इस कानून के तहत देश के संगठित व असंगठित दोनों ही प्रकार के श्रमिकों को कई प्रकार की नई सुविधाएं मिलेंगी.
सभी श्रमिकों को नियुक्ति पत्र देना अनिवार्य होगा. केंद्र सरकार दावा कर रही है कि इससे नियोक्ता और श्रमिक दोनों को फायदा मिलेगा.
लेकिन इस मामले को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के देखने का अलग नजरिया है.
श्रम विधेयक पर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
लोकसभा और राज्यसभा में पास होने वाले श्रम विधेयक को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर केंद्र की नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है.
राहुल गांधी ने इसे मजदूर वर्ग पर हमला बताया है. अपने ट्वीट के साथ उन्होंने एक मीडिया रिपोर्ट भी साझा किया है.
जिसकी हेडिंग है कि अब बिना सरकार की इजाजत के नौकरी से हटा सकेंगी 300 कर्मियों वाली कंपनियां.
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किसानों के बाद मज़दूरों पर वार।
ग़रीबों का शोषण, ‘मित्रों’ का पोषण
यही है बस मोदी जी का शासन। pic.twitter.com/LarCJsj1uY— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 24, 2020
इस खबर के साथ राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा “किसानों के बाद मज़दूरों पर वार. ग़रीबों का शोषण, ‘मित्रों’ का पोषण यही है बस मोदी जी का शासन.”
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर बोला हमला
कृषि से जुड़े विधेयकों को विपक्ष किसान विरोधी बता रहा है. इस मामले को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा “2014- मोदी जी का चुनावी वादा किसानों को स्वामीनाथन कमिशन वाला MSP.
2015- मोदी सरकार ने कोर्ट में कहा कि उनसे ये न हो पाएगा. 2020- काले किसान क़ानून.
मोदी जी की नीयत ‘साफ़’.कृषि-विरोधी नया प्रयास. किसानों को करके जड़ से साफ़. पूँजीपति ‘मित्रों’ का ख़ूब विकास.”
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