उत्तर प्रदेश के लखीमपुरी खीरी में होने वाली हिंसा पर बवाल तेज हो गया है. रविवार को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को रिसीव करने जा रहे केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे और किसानों के बीच भीड़ंत हो गई थी. मंत्री के बेटे आशीष पर आरोप लगाया जा रहा है कि उनके गाड़ी के टक्कर से 4 किसानों की मौत हो गई थी. जिसके बाद किसान हिंसा पर उतर आए और कार में सवार भाजपा के 4 कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया. इस मामले को लेकर विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर हो गई है.
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि मैं शोक संतप्त किसानों के परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए इस दुख की घड़ी में अपने भाइयों और बहनों के साथ रहने के लिए लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो रहा हूं. मैंने यूपी सरकार से हेलीकॉप्टर को साइट पर उतारने की अनुमति भी मांगी है.
लखीमपुर की घटना पर कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि सत्ता पक्ष के घमंड की बात है कि हम कुछ भी कर लें, कोई पूछने वाला नहीं है. जिस बेरहमी से मंत्री के काफिले की गाड़ी किसानों के ऊपर चढ़ा दी, इससे ज़्यादा शर्मनाक बात क्या हो सकती है. इनकी सोच है कि अगर तुम विरोध करोगे तो हम गाड़ी चढ़ा देंगे.
वहीं इस मामले को लेकर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि लोग चाहते हैं कि पीड़ितों को न्याय मिले लेकिन भाजपा के मंत्री का बेटा होने की वजह से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. उत्तर प्रदेश में पूरी तरह से गुंडा राज कायम हो चुका है.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लखीमपुर में हुए हिंसा को लेकर कहा कि जो कानून-व्यवस्था की बात को लेकर सत्ता में आए थे, कानून-व्यवस्था की किस तरह से धज्जियां उड़ रही है पूरा देश देख रहा है. योगी आदित्यनाथ के कंट्रोल में अब कुछ नहीं रहा. अगर मंत्री के बेटे नहीं थे तो विपक्ष को जाने क्यों नहीं दिया जा रहा है.
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